Edited By Monika Jamwal,Updated: 19 Jul, 2018 11:58 AM
सरकार गिरने के बाद से जम्मू-कश्मीर में सियासी घमासान मचा हुआ है। खासकर पी.डी.पी. में दरार पडऩे के बाद से राजनीति हलचल काफी बढ़ गई है।
श्रीनगर : सरकार गिरने के बाद से जम्मू-कश्मीर में सियासी घमासान मचा हुआ है। खासकर पी.डी.पी. में दरार पडऩे के बाद से राजनीति हलचल काफी बढ़ गई है। चर्चा यह है कि पी.डी.पी. के बागी नेता अलग होकर भाजपा के साथ सरकार बना सकते हैं। इसी बीच पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुजफ्फर हुसैन बेग ने चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि घाटी में पी.डी.पी. को तोडक़र कोई सरकार नहीं बना सकता है। बेग ने कहा कि मैं इस पार्टी का अध्यक्ष रह चुका हूं, मुझे पार्टी की नींव रखने और संविधान को लिखने का सम्मान प्राप्त है। इसलिए मुझसे ज्यादा और किसे पार्टी के भविष्य की चिंता होगी। मैं सभी विधायकों और साथियों से कहूंगा कि अफवाहों पर ध्यान न दें और एकता बनाए रखें।
उन्होंने कहा कि सभी विधायक अपने-अपने इलाकों में जाकर जनता के बीच काम करें। बेग ने कहा कि पीडीपी को तोड़ कर कोई दल सरकार नहीं बना सकता। संगठन में कुछ नेताओं में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं पीडीपी टूट रही है। महबूबा मुफ्ती को विधायकों की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए उन तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिनके कारण संगठन में मतभेद पैदा हुए हैं।
पीडीपी नेता ने कहा कि मैंने भी कई बार पी.डी.पी-भाजपा गठबंधन सरकार के कामकाज को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ नाराजगी व्यक्त की थी। वहीं, जब उनसे पूछा गया कि सरकार गिरने के बाद से इतने दिनों तक उन्होंने कुछ प्रतिक्रिया नहीं दी तो उन्होंने कहा कि मैं जल्दबाजी में बात नहीं करता। मैं पहले विषय समझता हूं, उसके बाद ही अपनी राय देता हूं। उन्होंने कहा कि यहां कुछ लोगों ने तो मेरा नाम भी बतौर मुख्यमंत्री उछाल दिया था। यहां आपको बता दें कि वर्तमान में घाटी में राज्यपाल शासन लागू है और कयास यह लगाया जा रहा है कि यहां कभी सरकार बन सकती है।