कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर अमेरिका ने नया दावा...
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर अमेरिका ने नया दावा किया है। अमेरिकी यूनिवर्सिटी में संक्रामक रोगों के प्रमुख डॉ फहीम युनूस ने ट्वीट किया है कि विकासशील देशों में कोरोना संक्रमण के कम मामलों की वजह BCG टीका नहीं है। डॉ युनूस ने BCG टीका के तर्क को मिथक करार देते हुए कहा कि विकासशील देश में कोरोना संक्रमण की कम हो रही टेस्टिंग की वजह से ये हाल है। उनका कहना है कि विकासशील देशों में सामूहिक टेस्ट न होने की वजह से संक्रमण की असली संख्या सामने नहीं आ सकी है। हालांकि, इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक अब तक 130000 सैंपल का टेस्ट हो चुका है देश में कोविड19 के पॉज़िटिव केस 5865 हैं जिसमें 478 लोग ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्रज जबकि 169 मौतें हो चुकी हैं।
उन्होंने साथ ही ये भी ट्वीट किया कि ईरान और पोलैंड में BCG का वैक्सीन लगाया जाता है। इसके बावजूद ईरान में 65000 और पोलैंड में 5000 मामले सामने आए है। डॉ युनूस ने ट्वीट किया दस लाख लोगों में ईरान और पोलैंड ने 2500 टेस्ट किए,जबकि पाकिस्तान ने 250 टेस्ट किए। इस ट्वीट से उन अमेरिकी वैज्ञानिकों की रिसर्च पर सवाल खड़े कर दिए जिन्होंने हाल ही में ये दावा किया था कि भारत जैसे देशों में कोरोनावायरस का कहर BCG वैक्सीन की वजह से कम देखा जा सकता है।
दुनियाभर के देशों में कोरोनावायरस से कोहराम मचा हुआ है सभी विकसित देश इस महामारी की चपेट में आए हुए है। लेकिन घनी आबादी वाले देश भारत में तुलनात्मक रूप से कोरोना के कम मामलों पर शोधकर्ताओं की अलग ही राय है। वो ये मानते हैं कि BCG यानी बैसिलस कैलमेट गुयरिन वैक्सीन होने की वजह से भारत में कोरोना महामारी का व्यापक असर नहीं दिखाई दे रहा है। अमेरिकी शोधकर्ताओं ने भारत में कोरोना से अब तक हुई कम मौतों पर ये अनुमान लगाया है।
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