Edited By Tanuja,Updated: 28 May, 2018 04:05 PM
पाकिस्तान में 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों को लेकर एक अध्ययन किया गया है जिसकी रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में पिछले पांच वर्षों में गैर-मुस्लिम वोटरों (अल्पसंख्यक समुदाय) की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। पाक के मशहूर अखबार डॉन की रिपोर्ट...
इस्लामाबादः पाकिस्तान में 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों को लेकर एक अध्ययन किया गया है जिसकी रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में पिछले पांच वर्षों में गैर-मुस्लिम वोटरों (अल्पसंख्यक समुदाय) की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। पाक के मशहूर अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक 2013 में 27.70 लाख गैर-मुस्लिम वोटर थे।
इस लिहाज से पिछले पांच साल में यह संख्या बढ़कर अब 36.3 लाख हो गई है। इस तरह 30 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है। हैरानी की बात यह है कि गैर-मुस्लिम वोटरों में सबसे बड़ा तबका हिंदू समुदाय का है।2013 में हिंदुओं की अल्पसंख्यक समुदाय में हिस्सेदारी तकरीबन आधी थी। हालांकि अबकी बार ऐसा नहीं है।2013 में हिंदू वोटरों की संख्या तकरीबन 14 लाख थी जोकि पांच वर्षों में बढ़कर 17.7 लाख हो गई है।
इस अवधि में अल्पसंख्यक समुदाय में गैर-हिंदू वोटरों की संख्या में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई। इस दौरान सबसे ज्यादा ईसाई आबादी में बढ़ोतरी दर्ज की गई।इस रिपोर्ट के मुताबिक अल्पसंख्यक वोटरों में संख्याबल के लिहाज से हिंदुओं के बाद दूसरे नंबर पर ईसाई वोटर हैं।इस स्टडी के मुताबिक ईसाई वोटरों की संख्या 16.4 लाख है. इस लिहाज से पिछले पांच वर्षों में गैर-मुस्लिम वोटरों में सबसे अधिक बढ़ोतरी ईसाई समुदाय में हुई। इसके साथ ही पारसी वोटरों की संख्या में भी इजाफा दर्ज किया गया