Edited By ,Updated: 01 Jan, 2017 01:13 PM
केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों का साथ आना केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के लिए कोई खतरा नहीं है।
नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों का साथ आना केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के लिए कोई खतरा नहीं है और उन्होंने अगले लोकसभा चुनाव से पहले किसी नए राजनीतिक समीरण के बनने की संभावना को खारिज किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से ‘जलन करने वाले’ विपक्षी दलों की एकजुटता महज अवसरवाद है और यह सफल नहीं होगी। उनसे सवाल किया गया था कि क्या नोटबंदी को लेकर भाजपा विरोधी दलों के बीच कोई राजनीतिक समीकरण बनने की संभावना है।
संसद के हालिया शीतकालीन सत्र में इन विपक्षी दलों के साथ आने के बारे में पूछे जाने पर नायडू ने कहा कि विपक्ष नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री की लोकप्रियता से जलन रखता है। उन्होंने कहा कि शुरू में इन लोगों ने इस कदम का स्वागत किया। फिर धीरे-धीरे इनको यह लगा कि वह और भी लोकप्रिय होते जा रहे हैं। इसके बाद इन पार्टियों ने इसके खिलाफ अपना पक्ष रखने के लिए कमियां तलाशनी शुरू कर दीं।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि ये विपक्षी दल जनता के पास नहीं जा रहे हैं, सिर्फ टीवी स्टूडियो में बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं और फिर अलग हो जा रहे हैं। नायडू ने कहा कि इन विपक्षी दलों की एकजुटता टूटने के लिए ही बनी है ‘क्योंकि इनमें वैचारिक एकता नहीं है, उनकी किसी कार्यक्रम पर एक राय नहीं है तथा वे नेतृत्व को लेकर भी एकमत नहीं हैं।