Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Sep, 2018 08:34 AM
सेना को पानी के अंदर ताकत देने के मकसद से रक्षा खरीद परिषद (डी.ए.सी.) ने टी-90 टैंक्स के लिए पानी के अंदर कारगर होने वाले खास तरह के उपकरण खरीदने की मंजूरी दी है।
नई दिल्ली: सेना को पानी के अंदर ताकत देने के मकसद से रक्षा खरीद परिषद (डी.ए.सी.) ने टी-90 टैंक्स के लिए पानी के अंदर कारगर होने वाले खास तरह के उपकरण खरीदने की मंजूरी दी है। मंगलवार को डी.ए.सी. ने करीब 9100 करोड़ रुपए की खरीद को मंजूरी दी है जिसमें आकाश मिसाइल की रैजीमैंट को अपग्रेड करने के अलावा टैंकों को और शक्तिशाली बनाने के मकसद से उपकरणों की खरीद को मंजूरी मिल गई है।
रक्षा मंत्रालय की ओर से इंडीविजुअल अंडर-वॉटर ब्रीदिंग एप्रेट्स यानी आई.यू.डब्ल्यू.बी.ए. उपकरणों को मंजूरी मिली है। इन उपकरणों को टी-90 टैंक्स में फिट किया जाएगा। ये उपकरण टैंक के क्रू की तरफ से प्रयोग किए जाते हैं। इन्हें सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम माना जाता है और पानी के अंदर किसी भी आपातकाल की स्थिति में क्रू आसानी से निकल सकता है। इस उपकरण को डिफैंस रिसर्च डिवैल्पमैंट ऑर्गेनाइजेशन (डी.आर. डी.ओ.) की लैब डेबेल की ओर से डिवैल्प किया गया है।
डी.ए.सी. ने इसके अलावा टी-90 टैंक्स के गाइडेड वैपन्स सिस्टम के लिए टैस्ट इक्विपमैंट्स को भी मंजूरी दे दी है। इस उपकरण को भी डी.आर.डी.ओ. की ओर से डिवैल्प किया जाएगा। इन उपकरणों को पहले विदेशी कम्पनी से खरीदा गया था लेकिन बाद में मेक इन इंडिया मुहिम तहत देश में तैयार किए गए।