Edited By shukdev,Updated: 07 Dec, 2019 09:54 PM
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) ने समाज के सभी वर्गों के लोगों से राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में सामने आने का आग्रह करते हुए शनिवार को कहा कि इसके लागू होने पर केवल मुसलमानों को ही नहीं बल्कि देशभर के बहुसंख्यक समाज के लोगों...
विजयवाड़ा: कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) ने समाज के सभी वर्गों के लोगों से राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में सामने आने का आग्रह करते हुए शनिवार को कहा कि इसके लागू होने पर केवल मुसलमानों को ही नहीं बल्कि देशभर के बहुसंख्यक समाज के लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एस एम पाटिल गनिहार ने कहा,‘कुछ लोगों ने गलत अनुमान लगाया है कि एनआरसी में केवल देश के मुस्लिम समाज को लक्ष्य किया गया है। सच्चाई यह है कि इससे देश के सभी नागरिक प्रभावित होंगे। एनआरसी असम में लागू हुआ है जिसमें 19 लाख लोगों को इसकी सूची से बाहर कर दिया गया है जिनमें 13 लाख से अधिक गैर मुस्लिम हैं। गैर मुस्लिम लोगों को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि एनआरसी से उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं होगी।'
उन्होंने कहा,‘तेजी से बढ़ती बेरोजगारी, सकल घरेलू उत्पाद में कमी और आर्थिक मंदी जैसी बड़ी समस्याएं देश के सामने मुंह बाये खड़ी हैं लेकिन केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार इन समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। पहले इन समस्याओं का समाधान निकालने की बजाय केन्द्र एनआरसी के मुद्दे पर को खड़ा कर रही है जिससे किसी भी नागरिक को कोई फायदा होने वाला नहीं है।' उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि पहले वह यह बताये की एनआरसी को कैसे लागू करने की योजना बना रही है जबकि लोगों में इसको लेकर कई भ्रम हैं। प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र सरकार लोगों के मन में डर का माहौल पैदा कर रही है।