Edited By ,Updated: 29 Dec, 2016 09:03 AM
नोटबंदी के बाद से कालेधन वालों की सरकार ने आफत कर दी है। हवाला कारोबारियों के साथ सांठगांठ के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के केजी मार्ग स्थित कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद से कालेधन वालों की सरकार ने आफत कर दी है। हवाला कारोबारियों के साथ सांठगांठ के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के केजी मार्ग स्थित कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर को गिरफ्तार किया है।
आरोप है कि नोटबंदी के बाद से बैंक में कई फर्जी बैंक अकाउंट्स से करोड़ों का लेन-देन हुआ। गिरफ्तार किए गए बैंक मैनेजर का हवाला कारोबारी पारसमल लोढ़ा और रोहित टंडन से कनेक्शन बताया जा रहा है।
पारसमल कोलकाता का बड़ा बिजनसमैन है और उसे मुंबई में 25 करोड़ के पुराने नोटों को नए में बदलते समय पकड़ा गया था और बाद में दिल्ली लाया गया था। कोटक महेंद्रा बैंक के केजी मार्ग ब्रांच के मैनेजर को ईडी ने गिरफ्तार किया, हवाला कारोबारियों से सांठ-गांठ का आरोप है।
ईडी की टीम कोटक महेंद्रा बैंक मैनेजर से पूछताछ कर चूकी है। नोटबंदी के बाद से जगह-जगह छापेमारी हो रही है, करोड़ों में नए-पुराने नोटों के रूप में कालाधन जब्त किया जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालयऔर पुलिस दोनों सख्ती से कालाधन बरामद कर रहे हैं, गिरफ्तारियां हो रही हैं। वहीं ईडी सूत्रों के मुताबिक मैनेजर आशीष कुमार को रोहित टंडन ने 51 करोड़ दिए थे। टंडन से पूछता पर यह बात सामने आई है।