Edited By Seema Sharma,Updated: 25 Sep, 2019 11:17 AM
आपात स्थिति में यानि कि अग्नि, पुलिस और चिकित्सा संबंधी मदद के लिए पहले 100, 102 या 101 जैसे तीन अलग-अलग नंबर डॉयल करने पड़ते थे लेकिन अब ऐसा नहीं करना पड़ेगा। इन तीनों आपात सेवाओं के लिए अब सिर्फ एक नंबर 112 डॉयल
नई दिल्ली: आपात स्थिति में यानि कि अग्नि, पुलिस और चिकित्सा संबंधी मदद के लिए पहले 100, 102 या 101 जैसे तीन अलग-अलग नंबर डॉयल करने पड़ते थे लेकिन अब ऐसा नहीं करना पड़ेगा। इन तीनों आपात सेवाओं के लिए अब सिर्फ एक नंबर 112 डॉयल करने पर आप तक मदद पहुंच जाएगी। यह सुविधा अभी चंडीगढ़ शहर में मिलेगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के इस पहले एकीकृत ईआरएसएस, ई-बीट बुक और ई-साथी एप्लीकेशन (एप) का लोकार्पण किया।
सेक्टर-9 स्थित चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय में 112 कामन कंट्रोल रूम से पहले से चालित डायल न. 100 (पुलिस), 101 (दमकल) व 108 (स्वास्थ्य) सेवाओं को जोड़ दिया गया है। जिसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम में इन सभी हेल्प लाइन के कर्मचारियों का अलग-अलग डेस्क बनाया गया है, डिस्पैचर यहीं बैठकर अपने-अपने विभाग के काल डिस्पैचर के जरिए निकटतम उपलब्ध पी सी आर / एंबुलेंस / फायर टेंडर को सूचित करेंगे। इसमें कंट्रोल रूम मेन काल डाइवर्ट करने की सुविधा भी होगी। कई बार नंबर व्यस्त रहने के कारण मिल नहीं पाता था लेकिन अब यह सेवा शुरु होने से इन सभी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
ई-बीट बुक सिस्टम के तहत हर ई-बीट बुक के ईंचार्ज को एंडराइड फोन दिये गये हैं, जिसके अन्दर बीट-इंचार्ज के पास पूरी पुलिसिंग का रिकार्ड होगा एवं इस फोन पर एक क्लिक करते ही पूरे शहर से जुड़ी हर जानकारी जैसे कि बाजार, आभूषण विक्रेता, शराब के ठेके, वरिष्ठ नागरिकों की सूची, पीजी क्षेत्र के अच्छे बुरे नागरिकों के बारे में बीट ईंचार्ज को मिल जायेगी। इस पर अपराधियों के बारे में पूरा रिकार्ड दर्ज होगा। आम नागरिक गूगल प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से अपने मोबाईल पर ई-साथी एप डाउनलोड कर सकता है, जिससे कि कोई भी नागरिक किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि, नशा-बिक्री, जुआ-सट्टे बाजी आदि की जानकारी पुलिस को आसानी से दे सकेगा। इसके साथ ही क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक भी इस एप के माध्यम से पुलिस के संपर्क में रहेंगे।