Edited By Yaspal,Updated: 26 Jun, 2020 05:27 PM
लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है। गलवान घाटी के बाद चीनी सेना ने पैंगॉन्ग झील के इलाके में अपनी तैनाती बढ़ा दी है। हाल ही में आई सैटेलाइट इमेच में साफ दिख रहा है कि फिंगर-4 और फिंगर-5 के बीच चीनी सेना ने अपनी मौजूदगी बढ़ाई...
नई दिल्लीः लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है। गलवान घाटी के बाद चीनी सेना ने पैंगॉन्ग झील के इलाके में अपनी तैनाती बढ़ा दी है। हाल ही में आई सैटेलाइट इमेच में साफ दिख रहा है कि फिंगर-4 और फिंगर-5 के बीच चीनी सेना ने अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। भारत की ओर से चीनी सेना को फिंगर-4 से फिंगर-8 को खाली करके पीछे जाने की बार-बार बात कही जा रही है, लेकिन चीनी सेना अपनी तैनाती बढ़ाती जा रही है। चिंता की बात ये है कि पैंगोंग लेक के पास मौजूदगी के साथ-साथ कुछ दूर पीछे चीन बैकअप भी तैयार कर रहा है।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ झील के पास चीन ने ही अपनी मौजूदगी को बढ़ाया है। भारत की सेना ने भी अपनी मौजूदगी को बढ़ाया है और मिरर तैनाती जैसी स्थिति बनाई हुई है। सैटेलाइट इमेज में भी भारतीय सेना के टैंट बड़ी संख्या में दिख सकते हैं। सैटेलाइट इमेज में दिख रहा है कि पैंगोंग लेक में फिंगर 4 इलाके में इस वक्त चीनी सेना मौजूद है। फिंगर 4 के इलाके में चीनी सेना के टैंट, साजो-सामान, गाड़ियां मौजूद हैं। फिंगर 4 से लेकर फिंगर 8 तक चीन ने एक रास्ता बना लिया है, जिसके जरिए वो आना-जाना कर रहे हैं।
इमेज के जरिए देखा जा सकता है कि इस इलाके में गुलाबी रंग के टैंट हैं, जो कि चीनी सेना के हैं। चीन ने फिंगर 4 इलाके के अलग-अलग हिस्सों में अपनी सेना को बिछाया हुआ है, जहां कुछ सैनिक पहाड़ियों पर हैं, जबकि कुछ गलवान नदी के पास मौजूद हैं। कुछ हिस्सों में चीनी सेना बड़ी मौजूदगी के साथ है।
इतना ही नहीं इमेज में साफ दिख रहा है कि चीन की ओर से पैंगोंग लेक के पास बोट तैनात की गई हैं। जो कि पैट्रोलिंग के काम आती है और काफी तेज रफ्तार वाली हैं। इन बोट के जरिए किसी भी भारी हथियारों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। पहले ये बोट फिंगर 8 के पास रहती थीं, लेकिन अब ये फिंगर 4 पर डेरा जमाए हुए हैं। सैटेलाइट इमेज में चीन की एक और चाल का खुलासा होता है। जिसमें दिख रहा है कि चीन कुछ-कुछ दूरी पर अपनी सेना को इकट्ठा कर रहा है, जो सामरिक दृष्टि से सही नहीं है। भारत लगातार चीन से अपनी तैनाती कम करने की बात कर रहा है, लेकिन चीन उसका उल्टा ही कर रहा है।
बता दें कि 6 जून को दोनों देशों के बीच में सेना को पीछे हटाने पर सहमति बनी थी, लेकिन 15 जून को चीन ने धोखे से भारतीय सैनिकों पर हमला कर दिया। इसी झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। तभी से बॉर्डर पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।