Edited By Yaspal,Updated: 04 Aug, 2019 05:35 AM
जम्मू-कश्मीर में अब करिगल में सरकारी अधिकारियों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। सूत्रों के मुताबिक, करिगल में भी पाकिस्तान के साथ सीमा पर तनाव बढ़ सकता है। करगिल अधिकारियों को जारी एडवाइजरी में सरकारी अधिकारियों को संबंधित ऑफिस न...
नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर में अब करिगल में सरकारी अधिकारियों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। सूत्रों के मुताबिक, करिगल में भी पाकिस्तान के साथ सीमा पर तनाव बढ़ सकता है। करगिल अधिकारियों को जारी एडवाइजरी में सरकारी अधिकारियों को संबंधित ऑफिस न छोड़ने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा सभी अधिकारियों को फोन को स्विच ऑफ न करने के लिए भी कहा गया है। इससे पहले सुरक्षा का हवाला देते हुए एडवाइजरी जारी की गई थी और अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया था।
बता दें कि अमरनाथ यात्रा को लेकर इंटेलीजेंस इनपुट के हवाले से आतंकवादी खतरे की बात कहते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की। इसमें तीर्थयात्रियों को घाटी से जल्द से जल्द लौटने की सलाह दी गई है। जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग ने यह एडवाइजरी जारी की है। यात्रा को लेकर शीर्ष सुरक्षा प्रतिष्ठान ने कहा कि इस तरह के इनपुट है कि यात्रा को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाया जा सकता है।
एडवाइजरी में कहा गया, "आतंकवादी धमकी के नवीनतम इंटेलीजेंस इनपुट खास तौर से अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाए जाने और कश्मीर घाटी के सुरक्षा हालात को ध्यान में रखते हुए अमरनाथ यात्रियों व पर्यटकों की सुरक्षा के हित में यह सुझाव दिया जाता है कि तीर्थयात्री घाटी से जल्द से जल्द लौटें।"
अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हुई और यह 15 अगस्त को समाप्त होनी है। इंटेलीजेंस इनपुट के मद्देनजर कश्मीर में पहले हजारों की संख्या में अर्धसैनिक बल पहुंच चुके हैं। इंटेलीजेंस इनपुट में यात्रा को आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाने की बात कही गई है। इससे पहले दिन में सेना ने कहा कि इस तरह के इंटेलीजेंस इनपुट है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी यात्रियों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं।