Edited By prachi upadhyay,Updated: 07 Sep, 2019 03:46 PM
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से घाटी के हालातों पर बेहद करीब से नजर बनाए हुए हैं। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में अजित डोभाल ने पाकिस्तान की नीयत को उजागर करते हुए खुलासा किया है कि 230...
नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से घाटी के हालातों पर बेहद करीब से नजर बनाए हुए हैं। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में अजित डोभाल ने पाकिस्तान की नीयत को उजागर करते हुए खुलासा किया है कि 230 पाकिस्तानी आतंकवादी भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं। उन्होने बताया कुछ पाकिस्तानी आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की है जिन्हें पकड़ लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान आतंकवाद के जरिए जम्मू-कश्मीर में समस्याएं पैदा करने की कोशिशें कर रहा है। हालांकि, उन्होंने घाटी के निवासियों को आश्वासन दिया है कि भारत पाकिस्तान को आतंकवाद के जरिए कश्मीर में उसकी गलत मंशाओं को अंजाम देने से हर हाल रोकेगा।
वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पत्रकारों को बताया कि घाटी में लगाए गए प्रतिबंधों में अब ढील दे दी गई है, और जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में 199 पुलिस जिलों में से केवल 10 में निषेधाज्ञा लागू है। जबकि सभी क्षेत्रों में लैंडलाइन टेलीफोन सेवा 100 फीसदी बहाल कर दी गई है।
वहीं कश्मीरी नेताओं की नजरबंदी पर उन्होंने कहा कि ऐसा एहतियातन किया गया है और कानून के तहत भी इसकी अनुमति है। जिसका मतलब है कि सरकार अदालतों के प्रति जवाबदेह है और अगर कोई कुछ भी न्याय विरूद्ध करता है तो उसे भारी जुर्माना भुगतना पड़ेगा। कश्मीर की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा, ‘मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि अधिकांश कश्मीरियों ने अनुच्छेद 370 हटाने का समर्थन किया है। उन्होंने इस कदम में बेहतर अवसर, बेहतर भविष्य और युवाओं के लिए अधिक नौकरियां देखी है।’