Edited By Harman Kaur,Updated: 27 Aug, 2024 03:46 PM
भारत में जनवरी से जून के बीच वीज़ा आवेदन की संख्या पहली बार महामारी से पहले के स्तर को पार कर गई है। वीजा सेवा प्रदाता कंपनी VFS Global ने बताया कि इस अवधि में आवेदन की संख्या 2019 की पहली छमाही की तुलना में 2% अधिक रही। वहीं, 2023 की पहली छमाही की...
नई दिल्ली: भारत में जनवरी से जून के बीच वीज़ा आवेदन की संख्या पहली बार महामारी से पहले के स्तर को पार कर गई है। वीजा सेवा प्रदाता कंपनी VFS Global ने बताया कि इस अवधि में आवेदन की संख्या 2019 की पहली छमाही की तुलना में 2% अधिक रही। वहीं, 2023 की पहली छमाही की तुलना में आवेदन की संख्या 11% बढ़ी है।
विशेष सेवाओं की बढ़ती मांग
VFS Global ने बताया कि पर्सनलाइज्ड सेवाओं में 'वीज़ा एट योर डोर स्टेप' (VAYD) की मांग में 2019 की तुलना में चार गुना वृद्धि हुई है और 2023 की पहली छमाही की तुलना में 16% बढ़ोतरी हुई है। VAYD सेवा में आवेदक अपने घर या किसी पसंदीदा स्थान से पूरी वीज़ा आवेदन प्रक्रिया और बायोमेट्रिक एंट्रोलमेंट करवा सकते हैं।
यात्रा के रुझान
VFS Global की COO (साउथ एशिया) युमी तलवार ने कहा कि भारत से यात्रा की मांग मजबूत बनी हुई है और यह अपेक्षित था कि महामारी से पहले के स्तर फिर से हासिल किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 2 वर्षों में भारत में लंबी यात्रा सीज़न देखी गई है और हमें उम्मीद है कि यह रुझान साल के अंत तक बना रहेगा।
ध्यान देने योग्य बातें
तलवार ने आवेदकों को चेतावनी दी कि वे नकली वेबसाइटों और धोखाधड़ी करने वाले सोशल मीडिया पेजों से सावधान रहें जो पैसे के बदले अपॉइंटमेंट की पेशकश करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपॉइंटमेंट मुफ्त हैं और केवल www.vfsglobal.com पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर उपलब्ध हैं।
लोकप्रिय गंतव्य
भारत से वीज़ा आवेदनों के लिए लोकप्रिय गंतव्यों में कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, सऊदी अरब, स्विट्जरलैंड, अमेरिका और ब्रिटेन शामिल हैं। VAYD जैसी पर्सनलाइज्ड सेवाओं की बढ़ती मांग यह दर्शाती है कि यात्रा करने वाले अधिकतर लोग महामारी के बाद स्वास्थ्य कारणों से इन सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं।
VFS Global ने बताया कि भारत में VAYD सेवाएं 16 देशों के लिए उपलब्ध हैं, जिनमें ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, आइसलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्ज़मबर्ग, स्लोवेनिया, स्विट्जरलैंड और ब्रिटेन शामिल हैं।