Edited By Parminder Kaur,Updated: 26 Aug, 2024 05:19 PM
इस वित्त वर्ष में लगभग 40 हाथियों की मौत की समीक्षा करने के बाद ओडिशा के वन विभाग ने वन्य जीवों की प्रभावी सुरक्षा के लिए सुरक्षा दस्तों की जिम्मेदारी नए सिरे से तय करने का फैसला किया है। हाल ही में भेजे गए पत्रों में प्रधान मुख्य वन संरक्षक...
नेशनल डेस्क. इस वित्त वर्ष में लगभग 40 हाथियों की मौत की समीक्षा करने के बाद ओडिशा के वन विभाग ने वन्य जीवों की प्रभावी सुरक्षा के लिए सुरक्षा दस्तों की जिम्मेदारी नए सिरे से तय करने का फैसला किया है। हाल ही में भेजे गए पत्रों में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) के कार्यालय और मुख्य वन्यजीव संरक्षक ने बताया कि 397 दस्तों की तैनाती के बावजूद इस वर्ष 40 हाथियों की मौत दर्ज की गई है।
पत्र में कहा गया है कि इन दस्तों की सेवा महत्वपूर्ण है, लेकिन क्षेत्र में इनके प्रभावी उपयोग के लिए नेतृत्व और मानक परिचालन प्रक्रियाओं की कमी है। इन अभियानों में हाथियों की निगरानी और उनकी सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियां शामिल हैं।
पत्र में यह भी बताया गया है कि इस संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए और दस्तों के प्रदर्शन की जानकारी वन्य जीव मुख्यालय को नहीं दी गई। इस स्थिति को सुधारने के लिए वन विभाग ने वन डिविजन से लेकर क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षकों (आरसीसीएफ) तक सुरक्षा दस्तों की जिम्मेदारी को नए सिरे से तय करने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य बेहतर तैनाती और गश्त सुनिश्चित करना है।