Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Oct, 2018 11:46 AM
ओडिशा के तटीय क्षेत्र में आए चक्रवात तूफान की तबाही और निराशा से उभरने के लिए लोग एक अलग ही ढंग से ही प्रयास कर रहे हैं। दरअसल इस तूफान के बाद ओडिशा में कई परिजनों ने अपनी नवजात बच्चियों का नाम इस तबाही मचाने वाले तूफान के नाम पर रखा है।
भुवनेश्वर/बरहामपुरः ओडिशा के तटीय क्षेत्र में आए चक्रवात तूफान की तबाही और निराशा से उभरने के लिए लोग एक अलग ही ढंग से ही प्रयास कर रहे हैं। दरअसल इस तूफान के बाद ओडिशा में कई परिजनों ने अपनी नवजात बच्चियों का नाम इस तबाही मचाने वाले तूफान के नाम पर रखा है। गंजाम, जगतसिंहपुर और नयागढ़ में कई परिवारों ने अपनी नवजात बच्चियों का नाम ‘तितली’ रखा है जिनका जन्म तूफान के आने से कुछ ही समय पहले या इसके बाद हुआ था।
छतरपुर के उप संभागीय अस्पताल में गुरुवार सुबह जुड़वां बच्चियों को जन्म देने वाली पारादीप की 20 वर्षीय अलेमा उनके नाम ‘तितली’ रखना चाहती है। उसने कहा कि मैं अपनी बेटियों के नाम तितली रखना चाहती हूं। इसी तरह प्लूरूगडा की बिमला दास ने भी इसी अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया और वह उसका नाम तूफान के नाम पर रखना चाहती है। अस्का के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार रात से गुरुवार सुबह 11 बजे के बीच नौ बच्चियों का जन्म हुआ। अस्पताल के डॉ. मोहन बारीक ने कहा कि हमने बुधवार देर रात के बाद जन्मे बच्चों का नाम तितली रखने का फैसला किया है।