Edited By shukdev,Updated: 25 Oct, 2018 11:54 PM
ओडिशा सरकार ने सतकोसिया वन्यजीव अभयारण्य में ‘सुंदरी’ नाम की बाघिन को पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश से विशेषज्ञों की टीम भेजने का अनुरोध किया है। इस बाघिन को पकड़ने में वन विभाग की टीम असफल रही है। अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) सुदर्शन...
भुवनेश्वर : ओडिशा सरकार ने सतकोसिया वन्यजीव अभयारण्य में ‘सुंदरी’ नामक बाघिन को पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश से विशेषज्ञों की टीम भेजने का अनुरोध किया है। इस बाघिन को पकड़ने में वन विभाग की टीम असफल रही है। अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) सुदर्शन पांडा ने गुरुवार को बताया कि प्रदेश सरकार ने बाघिन को पकड़ने के लिए पहले से ही तीन टीमों को लगाया था, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला है। इसलिए मध्य प्रदेश सरकार से ‘सुंदरी’ को पकड़ने में सहयोग का अनुरोध किया है।
पांडा ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार कान्हा राष्ट्रीय उद्यान और पेंच टाइगर रिजर्व से इस काम के लिए दो विशेषज्ञ टीमों को भेजने के लिए तैयार हो गई है। उम्मीद है कि दो-तीन दिन में दोनों टीमें सतकोसिया पहुंच जाएंगी और सुंदरी को पकड़ने का अभियान शुरू कर देंगी। अधिकारियों ने बताया कि अंगुल जिले में सतकोसिया वन्यजीव अभयारण्य में बीते दो दिनों में ‘सुंदरी’ को बेहोशी का इंजेक्शन देने में असफल रहे हैं, क्योंकि वह बच निकलती है।
हालिया रिपोर्ट के अनुसार, कुमुरी गांव के नजदीक बाघमुंडा के पर्वतीय वन क्षेत्र के अंदरूनी इलाके में बाघिन को देखा गया था। बाघिन को पकड़ने के लिए बुधवार को बकरी बांधी गई थी और बाघ के मूत्र का छिड़काव किया गया था। इससे बाघिन आई, लेकिन बाद में भाग गई। बाघिन ने 45 दिनों में कम से कम दो लोगों को मार दिया था, जिसके बाद ओडिशा सरकार ने बाघिन को पकड़ने का निर्णय लिया।