Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Sep, 2024 07:58 AM
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का इंतजार कर रहे लोगों के लिए सरकार की ओर से ताजा अपडेट आया है। हाल के दिनों में ईंधन की कीमतों में कमी के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अब सरकार ने इस पर अपना स्पष्ट जवाब दिया है।
नेशनल डेस्क: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का इंतजार कर रहे लोगों के लिए सरकार की ओर से ताजा अपडेट आया है। हाल के दिनों में ईंधन की कीमतों में कमी के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अब सरकार ने इस पर अपना स्पष्ट जवाब दिया है।
पेट्रोलियम सेक्रेटरी का बयान
पेट्रोलियम सेक्रेटरी पंकज जैन ने गुरुवार को कहा कि देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) ही ईंधन की कीमतों में कटौती पर अंतिम निर्णय लेंगी। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव कुछ समय तक कम बने रहते हैं, तो सरकारी तेल कंपनियां कीमतों में कटौती पर विचार कर सकती हैं। जैन ने यह जानकारी एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान दी।
हर पखवाड़े होती है कीमतों की समीक्षा
भारत में तीन प्रमुख सरकारी तेल कंपनियां—इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL), और भारत पेट्रोलियम (BPCL)—ईंधन की खुदरा बिक्री करती हैं। ये कंपनियां हर पखवाड़े अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव के आधार पर डीजल और पेट्रोल की कीमतों की समीक्षा करती हैं।
पिछली कटौती 6 महीने पहले हुई थी
सरकार का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल के दिनों में ईंधन की कीमतों में कटौती की खबरें चल रही थीं। अंतिम बार डीजल और पेट्रोल की कीमतों में कटौती 14 मार्च 2024 को की गई थी, जब 2 रुपये प्रति लीटर की कमी की गई थी। अब 6 महीने बाद भी ईंधन के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 6 महीनों में भारतीय बास्केट में कच्चे तेल की कीमतों में 20.61% की गिरावट आई है। अप्रैल 2024 में कच्चे तेल का भाव 89.44 डॉलर प्रति बैरल था, जो अब घटकर 71 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। इसके बावजूद, पिछले 30 महीनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सिर्फ दो बार कटौती की गई है।
तेल कंपनियों का मुनाफा
तेल कंपनियों ने रिफाइनरी मार्जिन से अच्छा मुनाफा कमाया है। 2022-23 में एक बैरल तेल रिफाइन करने पर कंपनियों को 18 डॉलर (9.57 रुपये प्रति लीटर) का मुनाफा हुआ, जबकि 2023-24 में यह मार्जिन 6.50 रुपये प्रति लीटर रहा। अगर कंपनियां इस मार्जिन का आधा भी मुनाफा ग्राहकों को दें, तो पेट्रोल 10 रुपये और डीजल 6-8 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो सकता है।
त्योहारी सीजन की उम्मीद
पिछली बार होली से पहले कीमतों में कटौती की गई थी, जब होली 25 मार्च को मनाई गई थी। अब त्योहारी सीजन फिर से आ रहा है, जिसमें 12 अक्टूबर को दशहरा और 31 अक्टूबर को दीपावली शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल अभी लगभग 3 साल के निचले स्तर के आस-पास ट्रेड कर रहा है। गुरुवार को ब्रेंट क्रूड 71.57 डॉलर प्रति बैरल और वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) 68.27 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था। इस सप्ताह के शुरूआत में ब्रेंट क्रूड का भाव 70 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे आ गया था, जो दिसंबर 2021 के बाद पहली बार हुआ है।
त्योहारों के इस मौसम में डीजल और पेट्रोल की कीमतों में कटौती की संभावना बनी हुई है, लेकिन इसका अंतिम निर्णय तेल कंपनियों पर निर्भर करेगा।