Edited By Monika Jamwal,Updated: 31 Aug, 2018 04:20 PM
कश्मीर में आतंकियों का दुस्साहस बढ़ता रहा है। वे लगातार सुरक्षा बलों व पुलिसकर्मियों पर निशाना बना रहे हैं।
श्रीनगर : कश्मीर में आतंकियों का दुस्साहस बढ़ता रहा है। वे लगातार सुरक्षा बलों व पुलिसकर्मियों पर निशाना बना रहे हैं। हाल में पुलिसकर्मियों व सुरक्षा बलों को अगवा किए जाने के साथ-साथ उनके रिश्तदारों के अपहरण की वारदातें भी बढ़ी हैं, जिसे लेकर लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। इन घटनाओं ने अलगाववादियों के रवैये पर भी सवाल उठाए हैं। लगाववादी वैसे तो सुरक्षा बलों पर स्थानीय लोगों के साथ ‘ज्यादती’ का आरोप लगाते रहते हैं और हिंसक भीड़ व पत्थरबाजों तक से निपटने के लिए उनकी सख्ती पर सवाल उठाते रहे हैं, पर अपहरण के ऐसे मामलों पर कभी अपनी जुबान नहीं खोलते। अलगाववादियों के इस दोहरे रवैये को लेकर अब पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी सवाल उठाए हैं।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 11 अपहरण! यह घाटी में चिंताजनक हालात को दर्शाता है। लेकिन सबसे दुखद चुनिंदा मसलों का विरोध है। जो लोग और नेता सुरक्षा बलों की कथित ज्यादतियों को लेकर मुखर रहे हैं, वे इन अपहरणों पर आवाज नहीं उठाते।