Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Apr, 2018 03:48 PM
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों विनम्रता की नई प्रतिमूर्ति बनते नजर आए। वे अपने तमाम पुराने गिले-शिकवे भुलाकर ‘माफी-मोड’ में आ गए। लेकिन जब खुद किसी को माफी देने की बारी आई तो उनका रवैया ही बदल गया। दरअसल गुरुवार को जब केजरीवाल पर स्याही व...
नई दिल्लीः दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों विनम्रता की नई प्रतिमूर्ति बनते नजर आए। वे अपने तमाम पुराने गिले-शिकवे भुलाकर ‘माफी-मोड’ में आ गए। लेकिन जब खुद किसी को माफी देने की बारी आई तो उनका रवैया ही बदल गया। दरअसल केजरीवाल पर स्याही व जूता फेंकने वाले गुरुवार को जब उनके निवास पर माफी मांगने पहुंचे तो सीएम ने उनसे मिलने से इंकार कर दिया। आम आदमी सेना की भावना अरोड़ा और वेद प्रकाश जब केजरीवाल से माफी मांगने पहुंचे तो मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने से मना कर दिया। हालांकि, दोनों ने लिखित में सीएम कार्यालय में माफी दिए जाने के लिए पत्र रिसीव करा दिया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में पहली बार लागू किए गए ऑड-इवन को लेकर 9 अप्रैल, 2016 को दिल्ली सचिवालय में आयोजित प्रेसवार्ता में केजरीवाल पर आम आदमी सेना के वेद प्रकाश ने जूता फेंका था। वहीं दूसरी घटना छत्रसाल स्टेडियम में 5 अक्तूबर, 2016 को हुई जब एक समारोह में भावना अरोड़ा ने उन पर स्याही फेंक दी थी। भावना केजरीवाल से सीएनजी स्टीकर में घपलेबाजी के मामले को लेकर नाराज थीं।
बता दें कि खुद केजरीवाल के माफीनामे का सिलसिला पंजाब से शुरू हुआ। केजरीवाल ने पंजाब के पूर्व मंत्री एवं अकाली दल नेता विक्रम सिंह मजीठिया से मानहानि केस में सबसे पहले माफी मांगी, उसके बाद मानहानि के अलग-अलग मामलों में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के पुत्र अमित सिब्बल से माफी मांगी। इसके बाद दिल्ली सीएम ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी माफी मांगी।