Edited By Yaspal,Updated: 12 Apr, 2018 09:01 PM
15 अगस्त 1947 आजादी के दिन को एक बार फिर भारतीय रेल ने अपने तरीके से याद किया है। अमेरिका से लाए गए पहले भाप के इंजदन को रेलवे ने फिर से पटरी पर दौड़ाया है। 7200 इंजन को अमेरिका से मंगाया गया था और इसके लिए 15 अगस्त 1947 को अमेरिकी कंपनी से समझौता...
नेशनल डेस्कः 15 अगस्त 1947 आजादी के दिन को एक बार फिर भारतीय रेल ने अपने तरीके से याद किया है। अमेरिका से लाए गए पहले भाप के इंजदन को रेलवे ने फिर से पटरी पर दौड़ाया है। 7200 wp इंजन को अमेरिका से मंगाया गया था और इसके लिए 15 अगस्त 1947 को अमेरिकी कंपनी से समझौता हुआ था। इसलिए इस इंजन का नाम आजाद रखा गया था। इस बार इस रेल की खास बात यह है कि इसमें पीएम मोदी की अपील पर दिव्यांगों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विशेष जगह दी गई है और दिव्यांग बच्चों को इतिहास से रूबरू होने का मौका मिलेगा।
भारतीय रेल अपना 63वां रेल सप्ताह मना रहा है और इस मौके पर रेल बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने बताया कि भाप इंजन के बाद ही दुनिया में औद्योगिक क्रांति आगे बढ़ी और भारत में रेल का विस्तार हुआ। भाप के इंजन में आग होती है जो लोगों को आकर्षित करती है और रोमांचित भी।
रेल विभाग पर्यटकों को लुभाने के लिए एक बार फिर भाप के इंजनों को फिर से शुरू कर रहा है। इससे केवल ऐतिहासिक धरोहर को जीवित कर लोगों को इससे रूबरू कराने का एक प्रयास है। गुरूवार को इस स्टीम वाले इंजन को नई दिल्ली से पुरानी दिल्ली के बीच चलाया गया।