Edited By Yaspal,Updated: 14 Sep, 2018 06:52 PM
भारतीय बैंकों का 9000 करोड़ से अधिक का कर्ज लेकर भागे शराब कारोबारी विजय माल्या पर सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है। जांच के दौरान सीबीआई ने माल्या से जुड़े करीब 1 लाख...
नेशनल डेस्कः भारतीय बैंकों का 9000 करोड़ से अधिक का कर्ज लेकर भागे शराब कारोबारी विजय माल्या पर सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है। जांच के दौरान सीबीआई ने माल्या से जुड़े करीब 1 लाख ई-मेल जब्त किए हैं, जो 2008-13 के बीच भेजे गए थे। इसके अलावा, सीबीआई मामले में एक नए एंगल से जांच कर रही है। जांच एजेंसी यूपीए सरकार में वित्त मंत्रालय से किंगफिशर को दी गई मदद के पहलुओं पर भी जांच कर रही है। इसके लिए वह नई चार्जशीट दाखिल करना चाहती है। ऐसे में, तत्कालीन मनमोहन सरकार के मंत्रियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसी क्रम में सीबीआई ने वित्त मंत्रालय से पूछताछ भी की थी, जबकि उसने मामले से जुड़े कुछ अहम दस्तावेज भी जुटाए हैं। सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल इन फाइलों की जांच चल रही है, जिसके आधार पर आगे अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी।
इस मामले से जुड़े लोगों ने अंदरखाने से बताया कि कुछ अधिकारियों से पूछताछ की जा चुकी है और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी और अधिकारियों से सवाल-जवाब किए जाएंगे। सीबीआई मामले में माल्या के घर से भेजे गए लेटर और उसके द्वारा भेजे गए ई-मेल को सबसे अहम मान रही है। ज्यादातर ई-मेल माल्या और उसकी कंपनी के सलाहकार एके आडवाणी, हरीश भट्ट और ए रघुनाथन के बीच हैं। सीबीआई इसके अलावा बैंकिंग मामलों के संयुक्त सचिव अमिताभ वर्मा को लेकर भी जांच कर रही है।
सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसी ने माल्या से संबंधित 1 लाख ई-मेल जब्त किए हैं। उनमें प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय, नागर विमानन मंत्रालय और पेट्रोलियम मंत्रालय से बातचीत के भी कुछ दस्तावेज हैं। इन मेल में ज्यादातर बैंक लोन और हवाई जहाजों के लिए उधार पर ईंधन लेने की बातचीत है।