Edited By Pardeep,Updated: 22 Sep, 2019 09:16 PM
धानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को रविवार को एक साल पूरा हो गया। योजना के पहले साल में करीब 47 लाख लोगों का अस्पताल में इलाज हुआ जिसपर 7,500 करोड़ रुपए खर्च हुए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण...
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को रविवार को एक साल पूरा हो गया। योजना के पहले साल में करीब 47 लाख लोगों का अस्पताल में इलाज हुआ जिसपर 7,500 करोड़ रुपए खर्च हुए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने एक बयान में इसकी जानकारी दी।
बयान में कहा गया कि योजना के पहले साल में 46.40 लाख लोगों का अस्पताल में इलाज हुआ जिसपर करीब 7,500 करोड़ रुपए खर्च हुए। योजना के तहत हर मिनट नौ लोग इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हुए। मोदी ने 23 सितंबर 2018 को रांची में इस योजना की शुरुआत की थी। एनएचए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ इंदु भूषण ने कहा, ‘‘हमारा जोर यह सुनिश्चित करने पर है कि अधिक से अधिक देशवासियों को योजना के प्रति जागरुक किया जाए ताकि वे बीमारी में अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में लाभ उठा सकें।''
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) यानी आयुष्मान भारत के तहत प्रत्येक गरीब परिवार को पांच लाख रुपए का वार्षिक स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है। इसका प्रीमियम भुगतान पूरी तरह से सरकार करती है। कुल मिलाकर योजना का लाभ 50 करोड़ देशवासियों को उपलब्ध होने का अनुमान है।
वर्तमान में यह योजना 32 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में लागू है। योजना के तहत एक साल में पात्र लाभार्थियों को 10.3 करोड़ ई- कार्ड जारी किए जा चुके हैं। आयुष्मान भारत योजना को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण और विभिन्न राज्य मिलकर मजबूत भागीदारी के साथ चला रहे हैं।