Edited By Tanuja,Updated: 04 Mar, 2019 01:05 PM
पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के मद्देनजर गत गुरुवार को बंद की गई समझौता एक्सप्रैस गाड़ी रविवार को...
इंटरनेशनल डैस्कः पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के मद्देनजर गत गुरुवार को बंद की गई समझौता एक्सप्रैस गाड़ी रविवार को फिर से बहाल हो गई। पाक से वायुसेना के जांबाज विंग कमांडर पायलट अभिनंदन की रिहाई के बाद रविवार को समझौता एक्सप्रेस दिल्ली से अटारी के लिए रवाना हुई। बता दें कि भारत के हवाई हमलों के बाद पाकिस्तान ने अपनी ओर से ट्रेन सेवा रद्द कर दी थी, जिसके बाद भारत ने भी 28 फरवरी को समझौता एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन रद्द कर दिया था।
बताया जा रहा है कि रविवार को अटारी के लिए रवाना हुई समझौता एक्सप्रेस में केवल 12 पाकिस्तानी यात्रियों ने ही टिकट बुक करवाई । रेलवे सुरक्ष बल के इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि सभी 12 यात्री पाकिस्तान के रहने वाले हैं। हमने सुरक्षा जांच को और अधिक कड़ा किया है। हर यात्री के सामान को डॉग स्कवॉड ने भी चेक किया। ट्रेन में यात्रा कर रहे एक पाकिस्तानी दंपति नसीमुद्दीन और अमीना बेगम ने कहा कि हम आगरा में अपने परिवार की एक शादी में शामिल होने आए थे। हमारे पास 6 अप्रैल तक का वीजा था लेकिन, हमें वापस पाकिस्तान जाने के लिए कह दिया गया।हमें तत्काल वापस जाने के लिए निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि दोनों ओर ही आतंकवाद ने अपनी जड़ें फैला रखी हैं। दोनों देशों को एकसाथ बातचीत कर आतंकवाद को खत्म करना चाहिए। वहीं, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रेन पाकिस्तान की ओर से रद्द की गई थी। उन्होंने बताया कि ट्रेन सुबह 3 बजे अटारी पहुंच जाएगी। आखिरी बार इस ट्रेन में 27 लोगों ने यात्रा की थी, जिनमें से 3 यात्री भारतीय थे।वहीं, बाकी के सारे यात्री पाकिस्तान के निवासी थे। बता दें कि समझौता एक्सप्रेस हर हफ्ते बुधवार और रविवार को दिल्ली से अटारी के लिए रवाना होती है।
1976 में चलाई गई थी ये रेलगाड़ी
22 जुलाई 1976 को अटारी-लाहौर के बीच इस ट्रेन की शुरुआत की गई थी. समझौता एक्सप्रेस अटारी-वाघा के बीच केवल तीन किलोमीटर का सफर तय करती है. 1971 के युद्ध के बाद तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके समकक्ष जुल्फिकार अली भुट्टो के बीच शिमला समझौता हुआ था। इसी के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच रेल संपर्क बनाने पर हामी भरी गई थी. चूंकि अटारी से लाहौर तक रेल मार्ग पहले से ही मौजूद था, इसलिए समझौता एक्सप्रेस को शुरू करने में कोई रुकावट नहीं आई थी। ट्रेन रविवार को भारत की ओर से चलेगी जबकि पाकिस्तान की ओर से यह सोमवार को वापसी यात्रा के लिए लाहौर से चलेगी। भारत की ओर से ट्रेन दिल्ली से अटारी के लिए और पाकिस्तान की ओर से ट्रेन लाहौर से वाघा तक चलती है. लाहौर से यह ट्रेन सोमवार और गुरुवार को वाघा के लिए रवाना होती है।