Edited By Yaspal,Updated: 16 Sep, 2024 08:04 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को त्रिपुरा के दौरे पर पहुंचे। यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि केवल 'मुरली' से काम नहीं चलेगा, बल्कि सुरक्षा के लिए 'सुदर्शन' भी आवश्यक है। योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश पर हो रही हिंसा...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को त्रिपुरा के दौरे पर पहुंचे। यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि केवल 'मुरली' से काम नहीं चलेगा, बल्कि सुरक्षा के लिए 'सुदर्शन' भी आवश्यक है। योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश पर हो रही हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि बगल में हजारों किमी की सीमा के अंदर जो हमारे भाई-बंधु रह रहे हैं। उनकी क्या स्थिति है। ये किसी से छिपी हुई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर आप धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म आपकी रक्षा करेगा। लेकिन अगर आप अपने स्वार्थ के लिए धर्म का बलिदान कर रहे हैं। तो वह धर्म भी आपके साथ उसी प्रकार का व्यवहार करेगा। आज हम एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए पूर्व से लेकर पश्चिम तक और दक्षिण से लेकर उत्तर तक एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण के एक हाथ में मुरली है तो दूसरे हाथ में सुदर्शन भी है। उन्होंने कहा कि केवल मुरली से काम नहीं चलेगा। बल्कि सुरक्षा के लिए सुदर्शन भी आवश्यक है।
योगी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने स्वार्थ के लिए देश का विभाजन स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक ने 1925 में इस खतरे को भांपा था। आरएएस इस बात को जानता था। अगर हम कांग्रेस की बातों का शिकार होते रहेंगे। तो देश का विभाजन कराएंगे। हिंदुओं का कत्लेआम कराएंगे। इस देश की परंपरा को, संस्कृति को, जातीय परंपरा को नष्ट, भ्रष्ट कर देंगे और वह दुस्वप्न था। वह सच साबित हुआ। कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए देश का विभाजन स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि 1905 में ही बंग-भंग के समय आपने देखा होगा। बंगाल ने विरोध किया। उस समय भी कांग्रेस यही काम कर रही थी। आरएसएस आज भारत ही नहीं बल्कि विश्व में हजारों शिक्षण संस्थानों का संचालन कर रही है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में चले आंदोलन के बाद अयोध्या में 500 साल के बाद भगवान राम के मंदिर निर्माण का कार्य पूरा गया। कुछ लोगों को बुरा लगेगा राम मंदिर बनने में हमारी गलती क्या है। हमारी आस्था है राम से। हमें भारत में बहुसंख्यक जनता की आस्था को देखना है। अगर जनता संतुष्ट है। उस आस्था को सम्मान देने का काम कर रहे हैं। काशी के बारे में भी यही कहा। अयोध्या है, मथुरा है, काशी है। ये तीन सनातन हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण स्थल हैं। आज नहीं तो कल तीनों स्थान फिर से हिंदू धर्म और आस्था के प्रतीक के रूप में जैसे आज पूज्य हैं। उसी भव्य रूप में आगे बढ़ते हुए दिखाई देंगे। हमें एक दूसरे की आस्था का सम्मान करना चाहिए। लेकिन यह तभी संभव होगा, जब हम सुरक्षित हों। पहले अपने लोगों को सुरक्षित करना। उसके बाद सबकी सुरक्षा की बात करना।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्व और त्योहार आते थे। दंगे शुरू हो जाते थे। गुंडागर्दी होती थी। बहन बेटियां सुरक्षित नहीं थी। युवाओं के लिए रोजगार नहीं था। फिर यूपी में भी डबल इंजन की सरकार आई। सुरक्षा का माहौल मिला। दंगाइयों के लिए बुल्डोजर भी दिया गया। भक्तों के लिए राम मंदिर का निर्माण भी कराया गया। योगी आदित्यनाथ आगे कहा कि पाकिस्तान 'नासूर' है, ये मानवता का 'कैंसर' है। इसका उपचार समय रहते दुनिया की ताकतों को मिलकर करना होगा।