Edited By Yaspal,Updated: 02 Dec, 2019 09:01 PM
संसद के शीतकालीन सत्र का के 11वें दिन दोनों ही सदन में हैदराबाद गैंगरेप के मुद्दे पर बहस हुई। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी की सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने लोकसभा में कहा कि जो लोग मोमबत्तियां लेकर सड़कों पर निकलते हैं
नेशनल डेस्कः संसद के शीतकालीन सत्र का के 11वें दिन दोनों ही सदन में हैदराबाद गैंगरेप के मुद्दे पर बहस हुई। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी की सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने लोकसभा में कहा कि जो लोग मोमबत्तियां लेकर सड़कों पर निकलते हैं। आरोपियों को सजा होने की स्थिति में उनकी फांसी की सजा पर आपत्ति भी वही जताते हैं और अदालतों में जाते हैं।
हैदराबाद गैंगरेप के बाद से ही देश में यौन अपराधों के लिए कठोर कानून की मांग उठ रही है, साथ ही देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत की संसद ऐसी घटनाओं को लेकर हमेशा चिंतित रही है और सरकार ने भी इस विषय पर कठोर कार्रवाई हो ऐसा सदन को अवगत कराया है।
ओम बिरला ने कहा कि हम ऐसे अपराध की एक स्वर से निंदा करते हैं। इस पर चर्चा करने के लिए सारा सदन सहमत है। देश के किसी राज्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ने हो। हम ऐसी अपेक्षा करते हैं।
वहीं इस मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि घटना से पूरा देश शर्म हुआ है। सभी ने निंदा की है। इसमें जो भी अपराधी हैं उसको सजा मिले। राजनाथ सिंह ने कहा कि निर्भया कांड के बाद एक कठोर कानून बना था। लेकिन उसके बाद भी जघन्य कृत्य हो रहे हैं। कठोर कानून बनाने को हम तैयार हैं। उन्होंने कहा कि फैसला आप पर(लोकसभा अध्यक्ष पर) छोड़ता हूं, जिस कानून को बनाने की सहमति बनेगी हम उसे बनाने के लिए तैयार हैं।