Edited By Monika Jamwal,Updated: 04 Sep, 2020 03:55 PM
कोरोना महामारी से पूरा विश्व त्रस्त है। शिक्षा क्षेत्र को भी इससे नुकसान हुआ है। कश्मीर में इस नुकसान की भरपाई हेतु अनूठा प्रयास शुरू हो गया है।
श्रीनगर: कोरोना महामारी से पूरा विश्व त्रस्त है। शिक्षा क्षेत्र को भी इससे नुकसान हुआ है। कश्मीर में इस नुकसान की भरपाई हेतु अनूठा प्रयास शुरू हो गया है। बडगाम के यूसमर्ग के कंदैन क्षेत्र में ओपन एयर क्मयूनिटी स्कूल शुरू किया गया है। लाॅकउाउन के बीच बच्चों के बेहतर भविष्य हेतु प्रयास शुरू किये गये हैं क्योंकि इस क्षेत्र में बच्चों को आॅनलाइन क्लासें अटैंड करने में समस्या पेश आ रही थी।
परेशानी के इस समय बच्चों के लिए यह क्लासें उम्मीद की किरन का काम कर रही हैं। उन्हें अपनी पढ़ाई को जारी रखने का सहारा मिला है क्योंकि कई बच्चे ऐसे हैं जिनके अविभावक स्मार्ट फोन एफोर्ड नहीं कर सकते हैं और उनके बच्चों की शिक्षा प्रभावितहो रही थी। कंदैन के स्कूल के हैडमास्टर मंजूर अहमद नेे कहा कि हमने क्मयूनिट क्लासें शुरू की हैं क्योंकि आनलाइन स्टडी के लिए स्मार्ट फोन चाहिये और सब पेरेंटस इसे एफोर्ड नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि कई कारणों से बहुत सारे बच्चे आनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे पर अब क्मयूनिटी क्लासें शुरू होने पर बच्चे आ रहे हैं।
6वीं से दसवीं तक क्लास
टीचर बशीर मलिक ने कहा कि उन्होंने फिलहाल छठी से दसवीं तक की कक्षाएं स्टार्ट की हैं। हमने पूरे दृश्य को ध्यान में रखकर फैसला लिया है। कोविड 19 संक्रमण से भी बचना है और बच्चों को पढ़ाना भी है। मलिक ने कहा कि ऐसे में ओपन एयर में यानि कि खुले आसमान के नीचे क्लासें लगाना हमे ज्यादा सुरक्षित लगता है। उन्होंने कहा कि हम क्लासें लगाते वक्त एसओपी का पालन भी करते हैं।
छात्र हनन ने कहा कि हम दूर दराज के क्षेत्र में रहते हैं और हमे पढ़ाने के लिए टीचर आते हैं। हम उनके आभारी हैं। अन्य छात्र मसरत ने कहा कि इंटरनेट वीक होने से आनलाइन पढ़ना कठिन हो रहाथा पर अब समस्या हल हो गई है और हम अपने टीचरों के आभारी हैं।