Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jun, 2017 05:09 PM
एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को उम्मीदवार बनाए जाने के फैसले
नई दिल्ली: एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को उम्मीदवार बनाए जाने के फैसले से विपक्ष संतुष्ट नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस की तरफ से गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भाजपा ने एकतरफा फैसला करते हुए कैंडिडेट के नाम का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि कैंडिडेट के नाम पर फैसला लेने के बाद कैसे आम राय बनेगी। आजाद ने कहा कि भाजपा ने हमें पहले नाम नहीं बताया।
22 जून को होगी विपक्षी दलों की बैठक
कांग्रेस ने रामनाथ कोविंद को समर्थन देने या विपक्ष की तरफ से संयुक्त उम्मीदवार उतारे जाने को लेकर चुप्पी साधी हुई है। 22 जून को कांग्रेस की विपक्षी दलों के साथ बैठक है जिसमें राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की रणनीति तैयार की जाएगी। वहीं सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि रामनाथ कोविंद आरएसएस शाखा के प्रमुख रहे हैं और उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाना सीधे-सीधे टकराव की राजनीति है।
टीडीपी और टीआरएस ने किसा समर्थन
इस बीच, टीडीपी और टीआरएस ने राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है शिवसेना ने कहा है कि कोविंद को समर्थन देने को लेकर वह जल्द ही बैठक करेगी। शिवसेना के अनुसार रविवार को उद्धव ठाकरे से मुलाकात के दौरान अमित शाह ने कोविंद का नाम बताया था। जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने कहा कि विपक्षी दलों की बैठक में राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के नाम पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैठक में अलग उम्मीदवार खड़ा करने के साथ-साथ कोविंद को समर्थन देने की संभावना पर भी चर्चा होगी।