Edited By shukdev,Updated: 01 Aug, 2018 11:21 PM
भारत ने चीन में बने रेबीज के टीकों को तत्काल बाजार से वापस लेने का आदेश दिया है। साथ में पड़ोसी देश के दवा निर्माता से इसके आयात पर भी रोक लगा दी है जिसने कथित रूप से रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ की है। एक अधिकारी ने बुधवार बताया कि भारत के औषधि...
नई दिल्ली: भारत ने चीन में बने रेबीज के टीकों को तत्काल बाजार से वापस लेने का आदेश दिया है। साथ में पड़ोसी देश के दवा निर्माता से इसके आयात पर भी रोक लगा दी है जिसने कथित रूप से रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ की है। एक अधिकारी ने बुधवार बताया कि भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने टीके का आयात करने वाली कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है कि कंपनी ने इस बात की जानकारी केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) को क्यों नहीं दी कि चीन पहले ही दवाई का उत्पादन बंद कर चुका है।
रेबीज की वजह से हर साल 20,000 लोगों की जाती है जान
डीसीजीआई ने अपने कारण बताओ नोटिस में दवाई का आयात करने वाली कंपनी से पूछा है कि कानून का उल्लंघन करने के लिए उसका लाइसेंस क्यों नहीं रद्द करना चाहिए। उन्होंने बताया कि हमने मामले की जांच पूरी होने तक चीनी कंपनी द्वारा बनाए गए रेबीज के टीके को बाजार से तत्काल वापस लेने के आदेश दिए हैं। अधिकारी ने बताया कि जानकारी के मुताबिक चीन के दवा नियंत्रक ने इसके निर्माण पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि कानून के मुताबिक अगर विदेशी आपूर्तिकर्ता के साथ किसी प्रकार की दिक्कत थी तो आयातक को हमे सूचित करना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम के मुताबिक देश में हर साल रेबीज की वजह से 20,000 लोगों की जान जाती है। किसी संक्रमित पशु के दूसरे जानवर या इंसान को पंजा मारने या काटने से रेबीज फैलता है। वैश्विक तौर पर यह बीमारी आम तौर पर कुत्ते के काटने से होती है।