Edited By vasudha,Updated: 23 Feb, 2019 12:55 PM
तीन साल पहले गृहमन्त्री राजनाथ सिंह से एक पत्रकार ने पूछा था कि भारत सरकार के बैनड संगठनों की लिस्ट में 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफ़िज़ सईद के संगठन जमात-उद-दावा का नाम शामिल है तो उस समय पत्रकारों को आश्वासन दिया था कि वह इस विषय पर गौर...
नेशनल डेस्क (मनीष शर्मा): तीन साल पहले गृहमन्त्री राजनाथ सिंह से एक पत्रकार ने पूछा था कि भारत सरकार के बैनड संगठनों की लिस्ट में 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफ़िज़ सईद के संगठन जमात-उद-दावा का नाम शामिल है तो उस समय पत्रकारों को आश्वासन दिया था कि वह इस विषय पर गौर करेंगे। लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी भारत सरकार के बैनड संगठनों की लिस्ट में जमात-उद-दावा का नाम शामिल नहीं हुआ है। हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा का मुखिया है और जमात-उद-दावा लश्कर-ए-तैयबा के लिए पैसों का इंतज़ाम करता है।आपको बता दें भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में हाफ़िज़ सईद का नाम ज़रूर है।
हाफिज सईद की भारत के खिलाफ गतिविधियां :
- 13 दिसंबर 2001: भारतीय संसद पर हमला- 9 लोगों की मौत 18 घायल।
- 11 जुलाई 2006: मुंबई में ट्रेनों में बम धमाके- 209 लोगों की मौत और 714 घायल।
- 26 नवंबर 2008: मुंबई हमला- 166 लोगों की मौत और 300 से ज़्यादा घायल।
कामतापुर लिबरेशन आर्गेनाईजेशन
आइसिस
नेशनल सोशलिस्ट कौंसिल ऑफ़ नागालैंड
खालिस्तान लिबरेशन फाॅर्स
तहरीक उल मुजाहदीन
हिंदी वेबसाइट में इन पांच संगठनों के नाम शामिल क्यों नहीं है? वह सरकार ही जानें लेकिन जमात-उद-दावा का नाम अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट ( UAPA) 1967 में ज़रूर होना चाहिए था हालांकि संयुक्त राष्ट्र की 2007 की प्रतिबंधित संगठनों की लिस्ट में जमात-उद-दावा का नाम शामिल है।