Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Mar, 2018 06:35 PM
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर के राम मंदिर वाले बयान को लेकर राजनीति गरमा गई है। उनके इस बयान के खिलाफ मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने FIR दर्ज कराने की बात कही है...
नेशनल डेस्क: आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर के राम मंदिर वाले बयान को लेकर राजनीति गरमा गई है। उनके इस बयान के खिलाफ मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने FIR दर्ज कराने की बात कही है। ओवैसी ने श्रीश्री रविशंकर पर आरोप लगाया कि वह खुलेआम लोगों को हिंसा के लिए उकसा रहे हैं।
श्रीश्री रविशंकर को नहीं कानून में यकीन
एमआईएम प्रमुख ने कहा कि अगर भाजपा कहती है कि वो श्री श्री के बयान से सहमत हैं, तो मैं शिकायत करूंगा कि बीजेपी इतनी खामोश क्यों है? उन्होंने रविशंकर पर तंज कसते हुए ये भी कहा कि उन्हें न तो संविधान में यकीन है और न ही कानून में। वह अपने आप को महान मानते हैं औऱ उन्हें लगता है कि सबको उनकी बात माननी चाहिए हैं। ओवैसी ने कहा कि आध्यात्मिक गुरु राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले में बिल्कुल निष्पक्ष नहीं है।
आध्यात्मिक गुरु ने दी अपने बयान पर सफाई
बता दें कि श्रीश्री पिछले कई महीनों से राम मंदिर विवाद को अदालत से बाहर सुलझाए जाने को लेकर प्रयासरत हैं। उन्होंने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा था कि अगर अयोध्या विवाद नहीं सुलझा तो देश सीरिया में बदल जाएगा। हालांकि उन्होंने इस पर सफाई देेते हुए कहा था कि मैं सपने में भी नहीं सोच सकता कि मैं किसी को धमकी दूं। मैंने कहा था कि हमारे देश में ऐसे हालात उत्पन्न नहीं होने चाहिए जैसे मिडल ईस्ट में हैं, इससे हमें डर लगता है।