Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 08:39 PM
रक्षा मंत्रालय में काम करने वाले एक वरिष्ठ नौकरशाह की अफगानिस्तान के अंतिम बादशाह जहीर शाह के बर्बाद महल पर आधारित पेंटिंग एक प्रदर्शनी में आगंतुकों को आकर्षित कर रही है। इंडियन आडिट एंड....
नेशनल डेस्क: रक्षा मंत्रालय में काम करने वाले एक वरिष्ठ नौकरशाह की अफगानिस्तान के अंतिम बादशाह जहीर शाह के बर्बाद महल पर आधारित पेंटिंग एक प्रदर्शनी में आगंतुकों को आकर्षित कर रही है। इंडियन आडिट एंड एकाउंट्स सर्विस के वरिष्ठ अधिकारी के सुब्रमण्यम की छह पेंटिंग स्थानीय त्यागराज स्टेडियम में इंडिया आर्ट फेस्टिवल में रखी गई हैं जो दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है।
सुब्रमण्यम की पेंटिंग का शीर्षक ‘काबुल, जहीर शाह पैलेस’ है। इस प्रदर्शनी में ये पेंटिंग्स अपनी तरफ सबसे अधिक लोगों को आकर्षित कर रही है। पेंटिंग में तहस नहस हो चुके बादशाह के शाही महल को दिखाया गया है जो अफगानिस्तान के गृह युद्ध का एक बडा प्रतीक है। अधिकारी के काबुल प्रवास के दौरान ये सभी पेंटिंग्स बनाई गई थीं। इनमें से एक में दिखाया गया है कि एक ब‘चा आशा के साथ स्कूल जा रहा है जबकि मिलिशिया कार्यकर्ता के बारे में ऐसा प्रतीत होता है कि वह दुविधा में है।
एक अन्य पेंटिंग 18 वीं शताब्दी के जर्मन दार्शनिक इमैनुएल कांट की है जो आधुनिक यूरोप के महत्वपूर्ण विचारकों में से एक थे। इसमें कुछ और पेंटिंग हैं जो अलग अलग समय पर अधिकारी ने बनाई है। इनमें से एक पेंटिंग तब की है जब वह कश्मीर में तैनात थे। गुरुवार को शुरू हुई इस प्रदर्शनी का समापन रविवार को होगा।