Edited By Monika Jamwal,Updated: 30 Nov, 2021 07:11 PM
कश्मीर में पूर्व आतंकियों की पाकिस्तानी बीवियां अब अधिकारों की लड़ाई को लेकर मैदान में उतर आई हैं।
श्रीनगर: कश्मीर में पूर्व आतंकियों की पाकिस्तानी बीवियां अब अधिकारों की लड़ाई को लेकर मैदान में उतर आई हैं। उन्होंने सरकार से नागरिकता का अधिकार मांगा है और साथ ही यह भी कहा कि अगर उन्हें नागरिकता का नहीं दी जा रही है तो कम से वापस पाकिस्तान लौटने की अनुमति दे दी जाए।
श्रीनगर में एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुये पाकिस्तानी दुल्हनों ने कहा कि 2010 में सीमा के इस पार ब्याही गई महिलाओं में से ज्यादातर को तलाक मिल चुका है और कईयों ने आत्महत्या कर ली है। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बच्चों की चिंता है।
मिसबाह नाम की एक पाकिस्तानी दुल्हन ने कहा कि उसकी शादी हंदवाड़ा के एक स्थानीय नागरिक से हुई थी। उसे अभी तक जम्मू कश्मीर की नागरिकता नहींे मिली है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में वे सब खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। उसने कहा, "मोदी साहब इससे पहले की हम मारे जाएं, हमारी किसमत का फैसला कर दीजिए। हमारे पास पासपोर्ट है और हमे पाकिस्तान लौटने की अनुमति दी जाए।"
सफिया नाम की एक अन्य महिला ने कहा कि उनकी पहचान ही गुम गई है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान सरकार से उनकी मांग को सुनने और उसकाहल निकालने की गुजारिश की है।