Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 10:10 AM
आतंक की पनाहगाह बने पाकिस्तान का भारत के खिलाफ खौफनाक डयंत्र समाने आया है। एक समाचार चैनल ने दावा किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजैंसी ISIS के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार और पाकिस्तानी सेना के प्रतिनिधि ने पिछले महीने आतंकवादियों से मुलाकात...
इस्लामाबादः आतंक की पनाहगाह बने पाकिस्तान का भारत के खिलाफ खौफनाक डयंत्र समाने आया है। एक समाचार चैनल ने दावा किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजैंसी ISIS के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार और पाकिस्तानी सेना के प्रतिनिधि ने पिछले महीने आतंकवादियों से मुलाकात करके जैविक युद्ध के बारे में चर्चा की थी। टीवी चैनल ने खुफिया एजैंसियों के सूत्रों के हवाले से दावा किया कि 9 अक्तूबर को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बाग़ जिले में ये मुलाकात हुई थी।
नवीद मुख्तार से मिलने वालों में हिज्बुल मुजाहिद्दीन और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शामिल थे। इस बैठक में नवीद मुख्तार के अलावा आईएसआई के तीन और अफसर ब्रिगेडियर हाफिज अहमद, लेफ्टिनेंट कर्नल जावेद अहमद और मेजर जफर अली व पाकिस्तानी सेना की तरफ से कैप्टन मंसूर अली, हिज्बुल का दुर्दांत आतंकी जुड्डा खान और जैश का खतरनाक आतंकवादी जावेद अख्तर भी शामिल थे।
बैठक में ISIS प्रमुख नवीद ने आतंकवादियों से कहा कि ठंड बढ़ने से पहले ही उन्हें जम्मू-कश्मीर में अपनी स्थिति मजबूत करनी है और उन्हें पर्याप्त आर्थिक संसाधन दिए जाएंगे। ठंड में बर्फबारी के कारण जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ मुश्किल हो जाती है। भारतीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि “ISIS चीफ ने आतंकवादियों को पैसे देने का जिम्मा बैठक में शामिल पाकिस्तानी सेना के अफसर को दिया। आतंकवादियों को ठंड और बर्फबारी से पहले ही भारत में घुसपैठियों को घुसा देने का आदेश दिया।” रिपोर्ट के अनुसार आईएसआई प्रमुख ने कश्मीर में निष्क्रिय आतंकवादियों को भी सक्रिय हो जाने का आदेश दिया।