Edited By Seema Sharma,Updated: 12 Sep, 2018 09:02 AM
पाकिस्तान भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को गाहे बगाहे निशाने पर लेता रहा है लेकिन अपने फायदे के लिए मोदी जैसा दांव लगाने से नहीं चूका। पाकिस्तान ने ऐसा करके अपने लगभग 60 करोड़ डॉलर (4300 करोड़ रुपए) बचाए
नई दिल्ली: पाकिस्तान भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को गाहे बगाहे निशाने पर लेता रहा है लेकिन अपने फायदे के लिए मोदी जैसा दांव लगाने से नहीं चूका। पाकिस्तान ने ऐसा करके अपने लगभग 60 करोड़ डॉलर (4300 करोड़ रुपए) बचाए और इस पर वह अपनी पीठ ठोक रहा है। दरअसल पाकिस्तान ने 2016 में दुनिया भर की तेल कम्पनियों को आपस में भिड़ाकर नैचुरल गैस खरीदने के लिए 10 साल की एक डील की थी जिससे उसे 4300 करोड़ रुपए की बचत हुई।
पाकिस्तान की सरकारी तेल कम्पनी पाकिस्तान स्टेट ऑयल की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। भारत की सरकारी कम्पनी और सबसे बड़ी एल.एन.जी. की इम्पोर्टर पैट्रोनैट एल.एन.जी. ने 2015 में कतर की सरकारी गैस उत्पादक कम्पनी रासगैस के साथ ऐसी डील की थी जिसके तहत भारत को पूर्व में हुए एग्रीमैंट की तुलना में आधी कीमत पर गैस मिलती है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस संबंधह संसद में कहा था कि इस डील से भारत को 8,000 करोड़ रुपए की बचत हुई है। यह नया कॉन्ट्रैक्ट 1 जनवरी, 2016 से लागू हो गया था और 2028 में खत्म होगा।