Edited By Monika Jamwal,Updated: 15 Sep, 2020 11:06 AM
सरकार ने कहा कि पिछले आठ महीनों में जम्मू क्षेत्र में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन की कुल 3,186 घटनाएं हुई।
नयी दिल्ली: सरकार ने कहा कि पिछले आठ महीनों में जम्मू क्षेत्र में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन की कुल 3,186 घटनाएं हुई। रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि इसके अलावा एक जनवरी से 31 अगस्त के बीच जम्मू क्षेत्र में अंतराष्ट्रीय सीमा के पास सीमापार से गोलीबारी की 242 घटनायें हुई। उन्होंने कहा कि एक जनवरी से सात सितंबर के बीच जम्मू क्षेत्र में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक संघर्ष विराम उल्लंघन की कुल 3,186 घटनाएं हुई। मंत्री ने कहा कि इस साल सात सितंबर तक जम्मू-कश्मीर में सेना के आठ जवान मारे गए और दो अन्य घायल हो गए।
मंत्री ने कहा, "संघर्ष विराम उल्लंघन के लिए उचित जवाबी कार्रवाई, भारतीय सेना एवं सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा की गई है।" उन्होंने कहा कि युद्धविराम उल्लंघन के सभी मामले हॉटलाइन, फ्लैग मीटिंग और दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच वार्ता के माध्यम से पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ उठाए गए हैं। इस क्षेत्र में कोरोनो वायरस महामारी के बावजूद, पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर अकारण संघर्ष विराम उल्लंघन कर रहा है और कश्मीर में आतंकवादियों को घुसाने के प्रयास कर रहा है।
सेना के अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को कश्मीर में घुसपैठ करने में मदद करने के लिए पाकिस्तानी सेना सुरक्षा कवच के रूप में सीमा पर गोलाबारी करती है।