Edited By Anil dev,Updated: 21 Oct, 2019 10:53 AM
पाकिस्तान का प्रयास है कि कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए बर्फबारी से पहले कश्मीर में बड़ी संख्या में सशस्त्र आतंकवादियों की घुसपैठ करवाई जाए। बर्फबारी होने पर एल.ओ.सी. पर घुसपैठ के रास्ते बंद हो जाएंगे। घुसपैठ में सफल होने वाले आतंकी भी अपने अगले...
जम्मू: पाकिस्तान का प्रयास है कि कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए बर्फबारी से पहले कश्मीर में बड़ी संख्या में सशस्त्र आतंकवादियों की घुसपैठ करवाई जाए। बर्फबारी होने पर एल.ओ.सी. पर घुसपैठ के रास्ते बंद हो जाएंगे। घुसपैठ में सफल होने वाले आतंकी भी अपने अगले ठिकानों तक सुरक्षित पहुंच जाएं इसलिए एल.ओ.सी. पर सीजफायर का उल्लंघन कर गोलाबारी की घटनाओं में वृद्धि की जाती है ताकि घुसपैठ करवाई जा सके। पाकिस्तान की ओर से बर्फबारी से पहले घुसपैठ करवाने के लिए शनिवार को पहले उड़ी सैक्टर और फिर कुपवाड़ा जिले के तंगधार सैक्टर में लगभग एक दर्जन अग्रिम चौकियों को निशाना बनाते हुए गोलाबारी शुरू की गई थी।
पाक की नापाक हरकतों का जवाब देने के लिए तैयार बैठी भारतीय सेना ने उसके नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया। वहीं नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय सेना पूरी तरह मुस्तैद है कि बर्फबारी से पहले किसी प्रकार से कश्मीर में घुसपैठ नहीं होने दी जाएगी। पिछले दिनों गुप्त सूचनाओं से मिली जानकारी के मुताबिक 500 के करीब आतंकवादी घुसपैठ के लिए पाक अधिकृत कश्मीर (पी.ओ.के.) में लांच पैड पर तैयार बैठे हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस के डी.जी.पी दिलबाग सिंह ने एक बयान में पुष्टि की थी कि बड़ी तादाद में आतंकवादी कश्मीर में घुसपैठ करने में सफल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक कश्मीर में इस समय 200 से 300 आतंकी सक्रिय हैं जिन्हें मार गिराने के लिए अभियान जारी हैं।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भी हाई अलर्ट
वर्तमान तनाव के चलते बी.एस.एफ. द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अतिरिक्त सतर्कता बढ़ाने के साथ ही हाई अलर्ट भी रखा गया है। उल्लेखनीय है कि पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह द्वारा भी एल.ओ.सी. और सीमा पार से पाकिस्तान द्वारा अफगान मूल के आतंकियों सहित भारी संख्या में आतंकियों के भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराने की सूचना होने की पुष्टि की गई थी। सुरक्षा एजैंसियों के मुताबिक 5 अगस्त के बाद एल.ओ.सी. और सीमा पार से पाकिस्तान की ओर से 60 से अधिक बार सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है।
घुसपैठ के लिए 28 लांच पैड दोबारा सक्रिय
उत्तरी कमांड के कमांडर-इन-चीफ लैफ्टिनैंट जनरल रणबीर सिंह ने पिछले दिनोंं एक बयान में कहा था कि पी.ओ.के. में 500 के करीब आतंकवादी कश्मीर में घुसपैठ के लिए इंतजार कर रहे हैं। इससे पहले अगस्त महीने में भी ऐसी ही सूचना मिली थी कि 100 से ज्यादा आतंकवादियों को घुसपैठ करवाई जाएगी। सूत्रों के मुताबिक नियंत्रण रेखा के साथ सटे इलाकों में लगभग 28 लांच पैड दोबारा सक्रिय किए गए हैं। दोनों देशों के बीच उपजे तनाव भरे हालात के मद्देनजर इन लांच पैड को सक्रिय किया गया है ताकि कश्मीर में घुसपैठ करवाई जा सके।
तंगधार में रिहायशी इलाकों में नुक्सान
कुपवाड़ा जिले के तंगधार सैक्टर में नियंत्रण रेखा से सटे गांवों में भी पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी से नुक्सान हुआ है। बताया जा रहा है कि कुछ घरों को नुक्सान पहुंचा है जबकि एक घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया जबकि 2-3 गाडिय़ां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। जिला प्रशासन ने गोलाबारी से हुए नुक्सान का जायजा लिया है ताकि राहत मुहैया करवाई जा सके। प्रभावित इलाकों में राशन एवं अन्य सुविधाओं का प्रबंध किया जा रहा है ताकि बर्फबारी के समय किसी प्रकार की मुश्किल न झेलनी पड़े।
बड़े कमांडर हो चुके हैं ढेर
कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे लश्करे-तोएबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन एवं जैश-ए-मोहम्मद के बड़े आतंकी कमांडरों को सुरक्षाबलों के जवान संयुक्त अभियान में ढेर कर चुके हैं। यह आतंकी संगठन बड़े कमांडरों की कमी से जूझ रहे हैं और इसीलिए कश्मीर में आतंकवादियों के कैडर को मजबूत बनाने के लिए घुसपैठ के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि आतंकवाद को दोबारा खड़ा किया जा सके। जो बचे हुए कमांडर हैं वे इस स्थिति में नहीं कि किसी प्रकार की गतिविधि को अंजाम दें। साल 2018 में सुरक्षाबलों ने 232 आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता हासिल की थी। हालांकि राज्य पुलिस एवं सेना स्थानीय आतंकियों को हथियार छोड़ मुख्यधारा में भी शामिल होने का आग्रह कर चुकी है। कुछ आतंकियों को जिंदा भी पकड़ा है जिन्होंने सुरक्षाबलों को महत्वपूर्ण जानकारियां मुहैया करवाई हैं। इस साल अगस्त तक सुरक्षाबलों ने 140 के करीब आतंकियों को ढेर किया है ताकि कश्मीर में शांति को बहाल किया जा सके।