Edited By Tanuja,Updated: 10 Sep, 2020 04:58 PM
पाकिस्तान की भारत के खिलाफ आंतकी साजिशों का फिर पर्दाफाश हुआ है। भारत में पंजाब प्रांत को विभाजित करने के लिए सक्रिय ...
इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान की भारत के खिलाफ आंतकी साजिशों का फिर पर्दाफाश हुआ है। भारत में पंजाब प्रांत को विभाजित करने के लिए सक्रिय खालिस्तानी आतंकी भी पाकिस्तान की ही पैदाइश हैं और ये आतंकी अब न केवल भारत बल्कि कनाडा के राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं। इस बात का खुलासा कनाडा के एक प्रमुख थिंक टैंक एमएल इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में किया है। इंस्टीट्यूट ने कहा कि खालिस्तान पाकिस्तान का प्रॉजेक्ट है और इसे कनाडा में ठग और राजनीतिक चालबाजों ने जिंदा रखा है।
'खालिस्तान: ए प्रॉजेक्ट ऑफ पाकिस्तान'
वरिष्ठ पत्रकार टेरी मिलेवक्सी ने अपनी रिपोर्ट 'खालिस्तान: ए प्रॉजेक्ट ऑफ पाकिस्तान' में लिखा है कि खालिस्तान आंदोलन कनाडा और भारत दोनों की ही सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है। खालिस्तानी आतंकियों ने 35 साल पहले एयर फ्लाइट में विस्फोट कर दिया था जो 9/11 के हमले से पहले हवाई यात्रा की दुनिया में सबसे बड़ा हमला था। टेरी ने कहा, 'यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान लगातार खालिस्तान आंदोलन को समर्थन दे रहा है।' टेरी ने कहा कि इस आंदोलन के बाद भी सच्चाई यह है कि कनाडा के सिख इस आंदोलन के जरिए अपने गृह राज्य पंजाब नहीं जा रहे हैं।
कनाडा में खालिस्तान समर्थकों को पाकिस्तानी मदद बढ़ी
उन्होंने कहा कि कनाडा के लोगों के लिए पाकिस्तान का यह कदम बड़ा राष्ट्रीय खतरा बन गया है। चूंकि पंजाब में खालिस्तान के कुछ ही समर्थक बचे हैं, इसलिए कनाडा में खालिस्तान के समर्थकों को पाकिस्तानी मदद बढ़ गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि खालिस्तानी आतंकी नवंबर 2020 में स्वतंत्र खालिस्तान के लिए जनमत संग्रह कराना चाहते हैं और जैसे-जैसे यह डेट नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे दुनियाभर में सिख समुदाय में संशय बढ़ता जा रहा है। कनाडा सरकार ने कहा कि वह मान्यता नहीं देगी लेकिन रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि जनमत संग्रह से अतिवादी विचारधारा को ऑक्सिजन मिल सकता है।
रेफरेंडम 2020 से सिख युवाओं को कट्टरवाद की ओर मोड़ा
उन्होंने कहा कि रेफरेंडम 2020 जनमत संग्रह से कनाडा के सिख युवाओं को कट्टरवाद की ओर मोड़ा जा सकता है। इससे मेल मिलाप की संभावनाओं के लिए संकट पैदा हो जाएगा। कनाडा के नेताओं ने ही अब खालिस्तान को लेकर चिंता जताई है। ब्रिटिश कोलंबिया के प्रीमियर रहे उज्जवल दोसांझ ने कहा कि टेरी की यह रिपोर्ट बताती है कि दुनिया के दो लोकतंत्रों में पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी आतंकवाद किस कदर से पांव पसार रहा है।