Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Oct, 2017 04:46 PM
पाकिस्तान और चीन उन्नत किस्म के कम्यूनिकेशन फ्रेमवर्क स्थापना की दिशा में काम कर रहे हैं...
इस्लामाबादः पाकिस्तान और चीन उन्नत किस्म के कम्यूनिकेशन फ्रेमवर्क स्थापना की दिशा में काम कर रहे हैं। इस क्रम में दोनों देशों के बीच ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए डायरेक्ट कम्यूनिकेशन होगा। इसके अलावा इससे लोगों को तेज इंटरनेट स्पीड, डिजिटल टीवी की सुविधाएं भी मुहैया कराई जा सकेंगी। दोनों देशों को उम्मीद है कि साल 2030 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लियाा जाएगा। प्रोजेक्ट की डिटेल्ड रिपोर्ट के मुताबिक इससे बलूचिस्तान और गिलगिट बालिस्तान तक भी कनेक्टिविटी में सुधार आएगा।
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान और चीन सीमा पार 135 किलोमीटर लंबा ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के लॉन्ग टर्म प्लान पर काम कर रहे हैं। फाइबर केबल पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिस पर करीब 4.4 करोड़ डॉलर खर्च होने का अनुमान है। इस प्रोजैक्ट को भारतीय संचार कंपनियों की निगरानी से बचने के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान में ऑप्टिकल फाइबर नैटवर्क बिछाने के काम में ज्यादातर भारतीय कंपनियां शामिल हैं।
लॉन्ग टर्म प्लान से जुड़ी 21 पन्नों की विस्तृत परियोजना के हवाले से डॉन ने लिखा है कि हालांकि, पाकिस्तान ने ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने के प्रति विकासात्मक वजह बताए हैं लेकिन उसकी मूल चिंता इंटरनेट ट्रैफिक की स्पीड और भारतीय कंपनियों को इसकी जानकारी होना है। मौजूदा समय में पाकिस्तान में इंटरनेट कनेक्टिविटी फाइबर ऑप्टिक केबल पर ही निर्भर है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वर्तमान फाइबर ऑप्टिकल नैटवर्क की डिवैलपर्स कंपनियां हैं, जो या तो पार्टनर हैं या शेयरधारक।