Edited By Tanuja,Updated: 30 Jun, 2022 11:02 AM
आंतकवादियों की शरणस्थली पाकिस्तान उदयपुर में एक दर्जी की निर्मम हत्या के आरोपियों के कराची स्थित इस्लामी संगठन से संबंध जुड़ने की...
इस्लामाबाद: आंतकवादियों की शरणस्थली पाकिस्तान उदयपुर में एक दर्जी की निर्मम हत्या के आरोपियों के कराची स्थित इस्लामी संगठन से संबंध जुड़ने की खबरों से तिलमिला उठा है। पाक विदेश कार्यालय ने बुधवार को इन खबरों को खारिज किया हैं। रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद नामक दो लोगों ने मंगलवार को भारत के राजस्थान प्रांत के उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या कर दी और वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लिया है।
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि दो मुख्य आरोपियों में से एक का कराची स्थित इस्लामी संगठन दावत-ए-इस्लामी से संबंध है और वह 2014 में कराची गया था। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने यहां एक बयान में कहा कि उसने भारतीय मीडिया के एक तबके में उदयपुर में हुई हत्या की घटना से संबंधित रिपोर्ट देखी है, जिसमें आरोपी व्यक्तियों के पाकिस्तान के एक संगठन से जुड़े होने की बात कही गई है।
इसने कहा, ‘‘हम इस तरह के किसी भी आरोप को स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं जो नयी दिल्ली द्वारा देश (पाकिस्तान) को बदनाम करने का एक प्रयास है।'' दरअसल, पाकिस्तान आंतकवाद को बढ़ावा देने के चलते FATF की ग्रे सूची से निकलने में असफल रहा है। FATF ने पाकिस्तान को इस लिस्ट की शर्तों को पूरी करने व आंतकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने को कहा है। लेकिन उदयपुर में दर्जी की निर्मम हत्या में नाम जुड़ने से पाक को और मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।