Edited By vasudha,Updated: 19 Jul, 2019 03:56 PM
पाकिस्तान को फरवरी महीने में बालाकोट हवाई हमले के बाद अपने वायु क्षेत्र को बंद करने से आठ अरब रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। शुक्रवार को एक मीडिया रपट में यह बात सामने आयी है...
कराची: पाकिस्तान को फरवरी महीने में बालाकोट हवाई हमले के बाद अपने वायु क्षेत्र को बंद करने से आठ अरब रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। शुक्रवार को एक मीडिया रपट में यह बात सामने आयी है। दरअसल फरवरी में भारतीय वायुसेना ने पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद बालाकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया था।
इसके बाद पाकिस्तान ने 26 फरवरी को अपने वायु क्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर दिया था। पाकिस्तान ने इस सप्ताह मंगलवार को असैन्य उड़ानों के लिये अपने वायु क्षेत्र को पुन: खोलने की घोषणा की। पाकिस्तान के विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने नागर विमानन प्राधिकरण के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वायुक्षेत्र बंद करने के कारण प्राधिकरण को 8.5 अरब रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
डॉन अखबार ने मंत्री के हवाले से कहा कि यह हमारे विमानन उद्योग के लिये बड़ा नुकसान है। लेकिन वायु क्षेत्र बंद करने से पाकिस्तान की अपेक्षा भारत को अधिक नुकसान हुआ है। भारत को लगभग दोगुना नुकसान हुआ है। लेकिन अब दोनों पक्षों की ओर से सहृदयता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुकूल बनाने के लिये विमानन नीति 2019 के तहत उन्हें आधुनिक उपकरणों एवं स्कैनरों से लैस किया जाएगा।