Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Aug, 2018 01:52 PM
पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सहारे अशांति फैलाने से बाज नहीं आता है। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने कुछ आतंकियों को मिलाकर बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) का गठन किया है जो निशानेबाजी में दक्ष है। बैट टीम भारतीय जवानों को निशाना बनाते आई है
नई दिल्ली: पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सहारे अशांति फैलाने से बाज नहीं आता है। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने कुछ आतंकियों की मदद से बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) का गठन किया है जो निशानेबाजी में दक्ष हैं। बैट टीम भारतीय जवानों को निशाना बनाते आई है लेकिन अब सुरक्षाबल दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। भारत ने एक ऐसी तरकीब निकाली है जिससे कैंप में बैठे जवान रिमोट का बटन दबाएंगे और दूसरी तरफ पाकस्तानी शूटर्स ढेर हो जाएंगे।
सेना की इस नई तकनीक के जरिए लाइट मशीनगन (एलएमजी), मीडियम मशीनगन (एमएमजी), एके-47 और एके-56 जैसी राइफलें रिमोट के जरिए संचालित हो सकेंगी। इस तकनीक से जवान कैंप में बैठकर रिपोट के जरिए फायरिंग कर सकेंगे। इन राइफल्स पर लगे कैमरे अपने निशाने को ढूंढ निकालेंगे और सटीक शूट करेंगे। कैंप में बैठे ऑपरेटर को भी वीडियो के जरिए दुश्मन के ठिकाने नजर आएंगे। इस राफल्स के जरिए सेना करीब 100 मीटर दूरी पर निशाना साध सकेगी। लखनऊ स्थित अजरुनगंज फायरिंग रेंज और 11 जीआरआरसी की शॉर्ट रेंज में इसका सफल फील्ड ट्रायल करने के बाद अब इसे इनोवेशन और आइडिया प्रदर्शनी में लगाया गया है।
ऐसे काम करेगी राइफल
इस राइफल में एक मोबाइल फोन भी लगा हो जो इसके कंट्रोलर बॉक्स के साथ जुड़ा होगा। यह फोन वाई-फाई के जरिए उस जवान के स्मार्टफोन से कनेक्ट होगा जो कैंप में बैठा इसे हैंडल कर रहा होगा। जवान अपने फोन के जरिए इस राइफल को किसी भी दिशा में मोड़ सकता है और फायरिंग कर सकता है।