Edited By vasudha,Updated: 13 Aug, 2019 04:08 PM
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.के. पलानीस्वामी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदम्बरम पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि वह धरती पर बोझ हैं। चिदम्बरम की इस टिप्पणी पर कि तमिलनाडु को भी यदि केन्द्र सरकार की ओर से केन्द्र शासित प्रदेश बनाया जाता है...
नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.के. पलानीस्वामी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदम्बरम पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि वह धरती पर बोझ हैं। चिदम्बरम की इस टिप्पणी पर कि तमिलनाडु को भी यदि केन्द्र सरकार की ओर से केन्द्र शासित प्रदेश बनाया जाता है तो भी अन्नाद्रमुक विरोध नहीं करेगी, पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि कांग्रेस नेता ने राज्य के विकास के लिए कुछ नहीं किया और वह सिर्फ धरती पर बोझ हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लम्बे समय तक केन्द्रीय मंत्री रहने के बावजूद चिदम्बरम तमिलनाडु के लिए कोई कल्याणकारी योजनाएं नहीं लाये। पलानीसामी ने पूछा कि केंद्रीय मंत्री रहते हुए वह राज्य के विकास के लिए कितनी योजनाएं लाये। क्या उन्होंने वित्त मंत्री का पद संभालने के बाद राज्य को आवश्यक धन आवंटित किया और राज्य में नए उद्योग लगाए। उन्होंने क्या कावेरी जैसे अंतरराज्यीय जल विवादों को हल करने के लिए कोई आवश्यक कदम उठाए।
पलानीस्वामी ने कहा कि चिदम्बरम देश नहीं केवल अपने हितों के बारे में चिंतित हैं और इसलिए जनता ने उन्हें नकार दिया है। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने पर अन्नाद्रमक के समर्थन का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नाद्रमुक का कदम 35 साल पहले दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के रुख के अनुरूप था। सुश्री जयललिता ने सांसद के रूप में 26 जुलाई 1984 को राज्यसभा में एक चर्चा में शामिल होते केन्द्र सरकार से कहा था कि जम्मू-कश्मीर के मामले में क्यों देरी हो रही है, भारत के संविधान के तहत अन्य राज्यों के अनुरूप इस राज्य को संविधान के दायरे में क्यों नहीं लाया जा रहा।