Edited By ,Updated: 23 Nov, 2016 02:42 PM
देश में महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों पर चिंतित सरकार ने उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हाल ही में एक सराहनीय कदम उठाया है। बता दें कि जल्द ही अब देश में बिकने वाले सभी मोबाइल फोन एक ''पैनिक बटन'' के साथ आएंगे।
चंडीगढ़ : देश में महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों पर चिंतित सरकार ने उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हाल ही में एक सराहनीय कदम उठाया है। बता दें कि जल्द ही अब देश में बिकने वाले सभी मोबाइल फोन एक 'पैनिक बटन' के साथ आएंगे।
एक ऐसा बटन जिसके जरिए संकट की स्थिति में आसानी से इमरजेंसी कॉल किया जा सकेगा। बता दें कि बेसिक फोन में इसे 5 या 9 नंबर में इंटिग्रेट किया जाएगा. इमरजेंसी नंबर पर होल्ड करने से पैनिक बटन ऑन हो जाएगा।
तुरंत पहुचेगी यूजर की लोकेशन डिटेल :
1 जनवरी 2017 से देश में केवल वही फीचर फोन बिकेंगे जिनमें ‘पांच’ या ‘नौ’ नंबर बटन लंबे समय तक दबाने पर ‘इमरजेंसी कॉल’ का प्रावधान होगा। इसी तरह स्मार्टफोन में भी इमरजेंसी कॉल बटन का प्रावधान करना अनिवार्य है। 1 जनवरी 2018 से सभी मोबाइल हैंडसेट में जीपीएस प्रणाली अनिवार्य की गई है। एक निश्चित पैटर्न को लॉन्ग प्रैस करने के बाद पैनिक सिगनल नजदीकी पुलिस और रिश्तेदारों को अलर्ट मैसेज जाएगा जिसमें यूजर की लोकेशन डिटेल होगी।
पुराने फोन पर भी ये काम करेगा :
जिन लोगों के पास पुराने फोन है वे या तो सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर सकते हैं या फिर मैन्युफैक्टरर के सर्विस सेंटर जाकर इंस्टॉल करवा सकते हैं। यह पहल महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और आईटी और टेलीकम्युनिकेशन के सहयोग और दिशानिर्देशो को देखते हुए शुरु की गई है। सूत्रों के अनुसार इस कदम को निर्भया फंड की ओर से चलाया जाएगा और यह एक अहम योजना है। निर्भया फंड यूपीए सरकार ने शुरु किया था। सरकार को महिला सुरक्षा के इस प्रोजेक्ट को अमल में लाने के लिए तीन से ज्यादा साल का समय लग गया है।