Edited By Seema Sharma,Updated: 27 Jul, 2021 04:20 PM
पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानून समेत कई मुद्दों को लेकर मंगलवार को भी लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ और दोनों सदनों की कार्रवाई नहीं चल पाई। बता दें कि 19 जुलाई से शुरु हुए मानसून सत्र का सातवां दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। कभी दोनों सदनों...
नेशनल डेस्क: पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानून समेत कई मुद्दों को लेकर मंगलवार को भी लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ और दोनों सदनों की कार्रवाई नहीं चल पाई। बता दें कि 19 जुलाई से शुरु हुए मानसून सत्र का सातवां दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। कभी दोनों सदनों में कृषि कानून पर विपक्ष हंगामा करता है तो कभी पेगासस जासूसी कांड और TMC सांसद शांतनु सेन के निलंबन को मुद्दा बनाया जाता है। वहीं मंगलवार को विपक्ष को असम-मिजोरम झड़प एक नया मुद्दा मिल गया, जिस पर काफी हंगामा हुआ।
लोकसभा
पेगासस जासूसी कांड, किसानों की समस्याओं, महंगाई आदि मुद्दों को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा में आज प्रश्नकाल नहीं चल पाया और सदन की कार्रवाई चार बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने अध्यक्ष ओम बिरला ने मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति अनिरुद्ध जगन्नाथ और जाम्बिया के पूर्व राष्ट्रपति केनेथ डेविड कौंडा के निधन की सूचना दी और सदन ने दो मिनट मौन खड़े होकर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी और देश की ओर से उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसके बाद प्रश्नकाल शुरू होते हुए कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों, आम आदमी पार्टी, शिरोमणि अकाली दल के सदस्यों ने आसन के ईद-गिर्द जमा हो कर पेगासस जासूसी कांड, किसानों की समस्याओं, महंगाई आदि मुद्दों को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने हाथों में प्लेकार्ड भी उठाए हुए थे।
राज्यसभा
राज्यसभा में मंगलवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने जासूसी कांड, किसान आंदोलन और महंगाई को लेकर जोरदार हंगामा किया जिसके कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्रवाई को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा शुरू होने पर सुबह कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वामपंथी दलों के सदस्य नारेबाजी करते हुए सभापति के आसन के समक्ष आ गए। कुछ सदस्य अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। ये सदस्य अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए थे और ‘तानाशाही नहीं चलेगी‘,‘हिटलर शाही नहीं चलेगी' के नारे लगा रहे थे।