Edited By vasudha,Updated: 26 May, 2018 07:37 PM
कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद छोडऩे की इच्छा जतायी। डा. परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मैंने पिछले आठ वर्षों से केपीसीसी अध्यक्ष के रूप में सेवाएं दी है, मैं चाहता हूं कि इस पद की जिम्मेदारी किसी और...
नेशनल डेस्क: कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद छोडऩे की इच्छा जतायी। डा. परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मैंने पिछले आठ वर्षों से केपीसीसी अध्यक्ष के रूप में सेवाएं दी है, मैं चाहता हूं कि इस पद की जिम्मेदारी किसी और को दी जाये। अब कोई योग्य व्यक्ति पार्टी अध्यक्ष का पद धारण करे और पार्टी के संगठन के लिए काम करे।
उप मुख्यमंत्री पद के बाद बढ़ी जिम्मेदारियां
परमेश्वर ने कहा कि उप मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद मेरी जिम्मेदारियां बढ़ गयीं है और मुझे अपने इस नये उत्तरदायित्व के निर्वहन के लिए अधिक समय चाहिए इसलिए मैं पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे जिस विभाग की जिम्मेदारी दी जायेगी, उसका निर्वाह मैं पूरी क्षमता के साथ करूंगा। डॉ परमेश्वर ने बताया कि मंत्रिमंडल गठन, 11 जून को विधान परिषद की 11 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन आदि मसलों पर चर्चा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया, चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डी के शिवकुमार और कुछ अन्य लोगों का एक शिष्टमंडल जिसमें वह खुद भी शामिल होंगे, आज रात दिल्ली जायेगा।
मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धि ‘शून्य’
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए कौन सा पैमाना अपनाया जायेगा, इसका निर्णय आलाकमान करेगा। बैठक में नये प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के मसले पर भी चर्चा हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन सरकार के चार साल पूरा होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के चार साल की उपलब्धि ‘शून्य’है। मोदी सरकार अपनी जिम्मेदारियों के निर्वाह और जनता की आकांक्षाओं को पूरी करने में पूरी तरह से विफल रही है और उसके वादे सिर्फ कागजी साबित हुए हैं।