Edited By Yaspal,Updated: 11 Aug, 2020 09:02 PM
लॉकडाउन के चलते बच्चों समेत पूरा परिवार जब घर पर मौजूद हो तो फरमाइश लाजिमी है। बच्चों के पसंदीदा व्यंजन मैक्रोनी, पास्ता और नूडल्स इसमें सबसे आगे हैं। घरों में इसकी खपत बढ़ने से बाजार में भी इनकी डिमांड बढ़ गई है। व्यापारियों का मानना है कि सामान्य...
नेशनल डेस्कः लॉकडाउन के चलते बच्चों समेत पूरा परिवार जब घर पर मौजूद हो तो फरमाइश लाजिमी है। बच्चों के पसंदीदा व्यंजन मैक्रोनी, पास्ता और नूडल्स इसमें सबसे आगे हैं। घरों में इसकी खपत बढ़ने से बाजार में भी इनकी डिमांड बढ़ गई है। व्यापारियों का मानना है कि सामान्य दिनों की तुलना मे बिक्री 30 फीसदी बढ़ गई है।
हर पर्चे में इसकी रहती है मांग
कम समय और सीमित संसाधनों में तैयार होने वाले बच्चों के पसंदीदा आइटम को युवा वर्ग भी चाव से खाता है। किराना स्टोर संचालकों का कहना है कि हर पर्चे में नूडल्स, मैक्रोनी या पास्ता जरूर होता है। लाकडाउन के कारण बच्चे अपने इस आइटम को खा नहीं पाए होंगे। इसलिए मांग बढ़ रही है। कई बार तो केवल इसी की मांग आती है। स्विगी व जोमैटो के डिलीवरी ब्वाय भी मांग बढऩे की बात कह रहे हैं। सभी को सामान उपलब्ध कराया जा रहा है।
बाजार में पर्याप्त सामान उपलब्ध
थोक व्यापारियों का कहना है कि मैक्रोनी व नूडल्स का नया माल भले न आ रहा हो, लेकिन बाजार में इसकी पर्याप्त उपलब्धता है। व्यापारी पुराने स्टॉक से ही आपूर्ति कर रहे हैं। लोगों की यह मांग पूरी होती रहेगी। माल की कमी नहीं है।
ड्राई फ्रूट की भी मांग बढ़ी
होली में ड्राई फ्रूट (सूखा मेवा) का बाजार ठंडा था लेकिन लॉकडाउन में मांग बढ़ गई है। थोक व्यापारी अनिल जायसवाल कहते हैं कि साहबगंज मंडी अभी एक घंटा ही खुल रही है, ऐसे में बिक्री तो बहुत नहीं हो पाती लेकिन मांग बढ़ी है। फुटकर व्यापारियों के पास पर्याप्त स्टाक है।
आपूर्ति को लेकर अभी कोई समस्या नहीं
इस संबंध में चैंबर ऑफ ट्रेडर्स के अध्यक्ष अनूप अग्रवाल का कहना है कि शहर एवं जिले के अन्य हिस्सों से आने वाले व्यापारी मैक्रोनी, पास्ता व नूडल्स की मांग अपेक्षाकृत ज्यादा कर रहे हैं। आपूर्ति को लेकर अभी कोई भी समस्या नहीं है।