Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 08:40 AM
गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और राकांपा के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर वार्ता फेल हो गई है लेकिन राकांपा सुप्रीमो शरद पवार महाराष्ट्र में कांग्रेस की पीठ में छुरा नहीं घोंपना चाहते, यद्यपि उन्होंने महाराष्ट्र में 2014 के विधानसभा चुनावों...
नेशनल डैस्कः गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और राकांपा के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर वार्ता फेल हो गई है लेकिन राकांपा सुप्रीमो शरद पवार महाराष्ट्र में कांग्रेस की पीठ में छुरा नहीं घोंपना चाहते, यद्यपि उन्होंने महाराष्ट्र में 2014 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया था। उन्होंने महसूस किया कि उनकी अगली पीढ़ी के लिए गठबंधन जरूरी है। राकांपा की लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले महाराष्ट्र में 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन का जोरदार समर्थन कर रही हैं। राकांपा राहुल गांधी से गुजरात में गठबंधन न करने के लिए काफी खफा है।
गुजरात के राज्यसभा उपचुनावों में राकांपा द्वारा निभाई गई नकारात्मक भूमिका के बाद राहुल राकांपा के साथ कड़ा रुख अपना रहे हैं लेकिन शरद पवार ने उनको संदेश भेजे हैं कि विपक्ष की एकता जरूरी है। पवार ने हाल ही में कांग्रेस नेताओं के एक ग्रुप को बताया कि अगर विपक्षी दल 2019 में सरकार बनाने की स्थिति में हुए तो वह राहुल को प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार करने के पक्ष में हैं। मराठा नेता अब यह जान गए हैं कि मोदी केवल मीठी-मीठी बातें ही कर सकते हैं। उन्होंने पद्म विभूषण के अलावा उनको कुछ नहीं दिया।