Edited By ,Updated: 26 Sep, 2016 11:47 AM
अक्सर आप ठेला वाले गोल-गप्पे खाने के बाद उसके कैश में रुपए देते होंगे लेकिन इन दिनों पटना में ठेले पर गोलगप्पे बेचने वाले की स्मार्टनेस काफी चर्चा में है।
पटना: अक्सर आप ठेला वाले गोल-गप्पे खाने के बाद उसके कैश में रुपए देते होंगे लेकिन इन दिनों पटना में ठेले पर गोलगप्पे बेचने वाले की स्मार्टनेस काफी चर्चा में है। दरअसल यह ठेले वाला अपने ग्राहकों को ‘पेटीएम’ के जरिए पेमेंट की सुविधा देता है। कॉलेज की छात्राएं हो या फिर उस ओर से जाने वाले कोई अन्य ग्राहक सभी इस ठेले वाले के फैन हैं। मगध महिला कॉलेज के गेट पर गोलगप्पा बेचने वाले का एक ठेला हमेशा लगा रहता है। साथ ही इसके एक बोर्ड लगा हुआ है, जिस पर ग्राहकों के लिए है पेटीएम की सुविधा की जानकारी लिखी हुई है। ठेला चलाने वाला सत्यम 12वीं पास है और वह एक किसान का बेटा है। सत्यम अपनी कमाई से आगे कॉलेज में अपनी एडमिशन करवाना चाहता है।
क्या है ‘पेटीएम’
बता दें कि ‘पेटीएम’ की सुविधा अक्सर मॉल मॉल, सिनेमाघरों, शॉपिग कॉम्पलेक्स आदि जगहों पर होती है। 'पेटीएम' सीधे बैंक अकाउंट से जुड़ा एक ई-वॉलेट होता है। इसके जरिए शॉपिंग की जा सकती है। मोबाइल पर 'पेटीएम' एप डाउनलोड करने के बाद उस पर अपना अकाउंट बनाया जाता है। 'पेटीएम' वॉलेट का उपयोग करने के लिए उसमें अपने बैंक अकाउंट से पहले ही कुछ पैसा जमा कर दिया जाता है।
‘पेटीएम’ से झिकझिक नहीं
स्मार्टफोन पर इस नई तकनीक के आने के बाद छोटे कारोबारी भी स्मार्ट हो रहे हैं। सत्यम बताता है कि इससे खुले पैसे के लिए ग्राहकों से झिकझिक करने की नौबत नहीं आती। कैश रखने की भी मजबूरी नहीं होती है। कॉलेज की छात्राएं ठेले से गोलगप्पे खातीं और पेटीएम के माध्यम से पेमेंट करती हैं। सत्यम ने कहा कि इस सुविधा का इसत्माल हर रेहड़ी लगाने वाले को करना चाहिए इससे उसके ग्राहक भी खुश होते हैं और वे लोग बार-बार उनके पास आना भी पंसद करते हैं।