Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Aug, 2019 12:14 PM
जम्मू-कश्मीर मेें मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए हटा दी जिसे राष्ट्रपति ने भी मंजूरी दे दी। इसके अलावा लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर दिया गया। साथ ही जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित राज्य घोषित
नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर मेें मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए हटा दी जिसे राष्ट्रपति ने भी मंजूरी दे दी। इसके अलावा लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर दिया गया। साथ ही जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित राज्य घोषित कर दिया गया यानि कि अब जम्मू-कश्मीर अलग राज्य नहीं रहा। मोदी सरकार के इस फैसले के बाद सदन में विपक्ष ने हंगामे के साथ ही हाईवोल्टेज ड्रामा भी किया। पीडीपी सांसदों ने अपने कपड़े फाड़ दिए हैं और सभापति ने उन्हें सदन से बाहर जाने के लिए कहा है। वहीं गुलाम नबी आजाद भी धरने पर बैठ गए।
आजाद ने कहा कि अनुच्छेद 370 के तहत ही जम्मू कश्मीर को भारत के साथ जोड़ा गया था और इसके पीछे लाखों लोगों ने कुर्बानियां दी है। उन्होंने कहा कि हजारों नेताओं ने अपने नेता और कार्यकर्ता खो दिए हैं. आजाद ने कहा कि 1947 से हजारों आम नागरिकों की जान गई हैं। जम्मू कश्मीर को भारत के साथ रखने के लिए हजारों बलिदान हुए हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोग हर हालत में भारत के साथ खड़े रहे। आजाद ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है और यह कोई आम बात नहीं है।