Edited By Monika Jamwal,Updated: 10 Jul, 2018 05:06 PM
जम्मू कश्मीर में सियासी सरगर्मी बढ़ती दिख रही है। महबूबा मुफ्ती से नाराज पीडीपी के बागी विधायकों ने राज्य में नया राजनीतिक मोर्चा बनाने की कोशिश तेज कर दी है।
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में सियासी सरगर्मी बढ़ती दिख रही है। महबूबा मुफ्ती से नाराज पीडीपी के बागी विधायकों ने राज्य में नया राजनीतिक मोर्चा बनाने की कोशिश तेज कर दी है। माना जा रहा है कि इसी मोर्चे के जरिए राज्य में दोबारा से सरकार गठन की पहल हो सकती है। रिपोर्टों के मुताबिक पी.डी.पी. के बागी विधायक और पूर्व मंत्री इमरान अंसारी ने कहा कि राज्य में जल्द ही नया राजनीतिक मोर्चा सामने आएगा। ये मोर्चा राजनेताओं के द्वारा कश्मीरियों को भावनात्मक ब्लैकमेल करने और राजनीतिक रूप से केंद्र सरकार को ब्लैकमेल के खेल से मुक्त कराएगा।
नए मोर्च को लेकर अंसारी ने कहा कि कश्मीर मुद्दे से जुड़े मामले ही उनके बीच अलगाव का कारण बने हैं। ये मोर्चा राज्य में जिन वादों को अभी तक पूरा नहीं किया गया है उन मुद्दों को उठाएगा और जम्मू-कश्मीर के लिए काम करेगा। बता दें कि हाल ही इमरान अंसारी ने भाजपा के करीबी माने वाले पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन से मुलाकात की, जिसे राज्य में संभावित बन रहे राजनीतिक मोर्च की तौर पर देखा जा रहा है। सज्जाद लोन ने बताया कि राज्य में हो रही राजनीतिक घटनाक्रम पर अभी कोई बात नहीं करेंगे।
झूठे वादे नहीं सच्चे काम करेंगे
अंसारी का कहना है कि हमें लोगों को सच बताना है और धोखे से नहीं रख सकता हूं। मैं चुनाव के लिए तैयार हूं, लेकिन अधिकांश लोग सरकार बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ये मोर्चा समान विचारधारा वाले लोगों का समूह है। हम झूठे वादे करने के बजाय विपक्ष में रहना पसंद करूंगा।
परंपरागत राजनीति को बदलने की जरूरत
भाजपा के नए मोर्च के गठबंधन पर अंसारी ने कहा कि क्यों नहीं, शिया नेता जिनके पास अपने क्षेत्र में मजबूत आधार है वो अन्य शिया इलाके में मतदान करने के लिए अपना प्रभाव डालते हैं। कश्मीर की परंपरागत राजनीति को बदलने की जरूरत है, क्योंकि राज्य के लोगों को किंतु परंतु में बंधक बना दिया गया हैण् राज्य के दो राजनीतिक परिवार मुफ्ती और अब्दुल्ला लगातार लोगों को ब्लैकमेल करते आ रहे हैं।
15 विधायक पार्टी छोडऩे को तैयार
इस बीच जादीबल से पीडीपी के नाराज नेता आबिद अंसारी ने दावा किया है कि 14 विधायक पार्टी छोडऩे के लिए तैयार हैं। शिया नेता इमरान अंसारी रजा और अंसारी ने पिछले हफ्ते पीडीपी छोडऩे का ऐलान किया था। दरअसल, महबूबा ने अपने भाई तसद्दुक सिद्दीकी को जम्मू.कश्मीर का पर्यटन मंत्री बना दिया था और मामा सरताज मदनी को भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद कई अधिकार दिए थे। इस बात से नेता नाराज हैं।
महबूबा पर पारिवारिक राजनीति का आरोप
बारामुला से विधायक जाविद हुसैन बेग ने मुफ्ती पर जम्मू-कश्मीर में घराने का राज स्थापित करने का आरोप लगाया था। उन्होंने हुए पार्टी छोडऩे का फैसला अपने रिश्तेदार और सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग पर छोड़ दिया है। गुलमर्ग विधायक मोहम्मद अब्बास वानी ने भी परिवारवाद और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पार्टी छोडऩे का ऐलान किया था। महबूबा ने पिछले हफ्ते कई विधायकों और पार्टी नेताओं से एक.एक कर मुलाकात की था।