Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Sep, 2017 03:51 PM
एमनिस्टी इंटरनेशनल ने बिना किसी देरी के कश्मीर में पैलेट गन पर रोक लगाने की मांग की है। संगठन ने कहा कि पत्थराव हो या पैलेट गन, हिंसा पर रोक होनी चाहिए।
श्रीनगर : एमनिस्टी इंटरनेशनल ने बिना किसी देरी के कश्मीर में पैलेट गन पर रोक लगाने की मांग की है। संगठन ने कहा कि पत्थराव हो या पैलेट गन, हिंसा पर रोक होनी चाहिए। संगठन ने एक रिपोर्ट पेश की है जिसमें पैलेट गन से घायल होने और अपनी आंखों की रोशनी खोने वालों के बारे में बताया गया है। सरकार से मांग की गई है कि वो इस मामले में तुरंत कार्रवाई करे और पैलेट गन पर रोक लगाए।
2014 से 2017 के बीच कश्मीर में प्रदर्शनों के दौरान प्रयोग हुई पैलेट गन से घायल हुए 88 लोगों के बारे में रिपोर्ट में बताया गया है। इनमें 31 लोगों की दोनों आंखें घायल हैं जिनमें से दो ने रोशनी गवां दी है। एमनिस्टी इंटरनेशनल के कार्यकारी अधिकारी अकर पटेल ने बोलते हुए कहा कि सरकार और केन्द्र को सुनिश्वित करना होगा कि हथियारों का प्रयोग भी मानवता के दायरे में रहकर किया जाए। उन्होंने कहा कि भारत में और कहीं नहीं बल्कि सिर्फ जम्मू कश्मीर में ही पैलेट गन का प्रयोग होता है। सरकार को तय करना चाहिए कि बहुत ही विवशता में इसका प्रयोग हो अन्यथा न हो। पटेल ने कहा कि पीएम ने अपने भाषण में कहा था कि कश्मीर मसले का हल गोली से या गोली नहीं होगा।अगर सरकार इस पर वाकई में सच्ची है तो पैलेट गन का प्रयोग बंद करे।